पुंसवन

पुंसवन के अर्थ :

  • स्रोत - संस्कृत

पुंसवन के हिंदी अर्थ

संज्ञा, पुल्लिंग

  • दुग्ध, दूध
  • द्विजातियों के सोलह संस्कारों में से दूसरा संस्कार जो गर्भाधान से तीसरे महीने इस उद्देश्य से किया जाता है कि गर्भिणी स्त्री पुत्र प्रसव करे

    विशेष
    . यह संस्कार गर्भावस्था के तीसरे महीने में यानी गर्भ के हिलने-डोलने से पहले ही किया जाना चाहिए। इसका उद्देश्य गर्भस्थ शिशु के समुचित विकास के साथ ही उसे संस्कारवान् बनाना होता है।

  • गर्भ
  • बैष्णवों का एक व्रत

    विशेष
    . भागवत के अनुसार यह व्रत स्त्रियों के लिए कर्तव्य कहा गया है।


विशेषण

  • पुत्र उत्पन्न करने वाला

पुंसवन के अँग्रेज़ी अर्थ

Noun, Masculine

  • a ceremony which is performed during the third month of conception

पुंसवन के मैथिली अर्थ

संज्ञा

  • हिन्दूक दस संस्कारमे एक

Noun

  • one of the ten rites of Hindus.

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