रंजी

रंजी के अर्थ :

  • स्रोत - संस्कृत
  • अथवा - रँजी

रंजी के कन्नौजी अर्थ

  • पीतल या काँसे आदि के फूटे बर्तनों को राँगे आदि से जोड़ना

रंजी के हिंदी अर्थ

संज्ञा, स्त्रीलिंग

  • रज, धूल, गर्द
  • दे॰ 'रजक २'

    उदाहरण
    . रजी शास्तर ज्ञान की, अंग रही लपटाय । सतगुर एकहि शब्द से दीन्ही तुरत उड़ाय । दरिया॰ बानी, पृ॰ १ ।

रंजी के मालवी अर्थ

संज्ञा, पुल्लिंग, स्त्रीलिंग

  • रम गई, घुलमिल गई।

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