सार

सार के अर्थ :

सार के अवधी अर्थ

संज्ञा

  • साला

सार के अँग्रेज़ी अर्थ

Noun, Masculine

  • substance, gist, purport, abstract
  • essence, extract
  • epitome
  • iron

सार के हिंदी अर्थ

संस्कृत ; संज्ञा, पुल्लिंग

  • किसी पदार्थ में का मूल, मुख्य, काम का, या असली भाग, तत्व, सत्त
  • पत्नी का भाई , साला

    विशेष
    . इस श्ब्द का प्रयोग प्राय: गाली के रुप में भी किया जाता है ।

  • कथन आदि से निकलनेवाला मुख्य अभिप्राय, अर्थ; निष्कर्ष; तात्पर्य, उ—तत्त सारं इहै आहै अवर नाहीं जान, —जग॰ बानी, पृ॰
  • अर्क; रस
  • किसी पदार्थ में से निकला हुआ निर्यास या अर्क आदि, रस
  • चरक के अनुसार शरीर के अंतर्गत आठ स्थिर पदार्थ जिनके नाम इस प्रकार हैं, —त्वक्, रक्त, मांस, मेद, अस्थि, मज्जा, शुक्र और सत्व (मल)
  • शक्ति; बल; ताकत
  • जल, पानी
  • ताज़ा मक्खन; नवनीत
  • गूदा, मग्ज
  • जुआ खेलने का पासा।
  • वह भूमि जिसमें दो फसलें होती हों
  • गोशाला, बाड़ा
  • खाद,
  • दूहने के उपरांत तुरंत औटाया हुआ दूध
  • औटाए हुए दूध पर की साड़ी, मलाई
  • लकड़ी का हीर
  • परिणाम, फल, नतीजा
  • धन, दौलत
  • नवनीत, मक्खन
  • अमृत
  • लोहा
  • वन, जंगल
  • बल, शक्ति, ताकत,
  • मज्जा
  • वज्र- क्षार
  • वायु, हवा
  • रोग, बीमारी
  • जूआ खेलने का पासा
  • अनार का पेड़
  • पियाल वृक्ष, चिरौंजी का पेड़
  • वंग
  • मुद्ग, मूँग
  • क्वाथ, काढ़ा,
  • नीली वृक्ष, नील का पौधा
  • साल, सार
  • पना, पतला शरबत,
  • कपूर
  • तलवार, (डिं॰),
  • द्रव्य, (डिं॰),
  • हाड़, अस्थि, (डिं॰),
  • एक प्रकार का मात्रिक छंद जिसमें २८ मात्राएँ होती है और सोलहवीं मात्रा पर विराम होता है, इसके अंत में दो गुरु होते है, प्रभाती नामक गीत इसी छंद में होता है,
  • एक प्रकार का वर्णवृत्त जिसमें एक गुरु और एक लघु होता है, इसे 'ग्वाल' और 'शानु' भी कहते है, विशेष दे॰ 'ग्वाल', ३९
  • एक प्रकार का अर्थालंकर जिसमें उत्तरोत्तर वस्तुओं का उत्कर्ष या अपकर्ष वर्णित होता है, इसे 'उदार' भी कहते हैं

    उदाहरण
    . सब मम प्रिय सब मम उपजाए । सब ते अधिक मनुज मोहि भाए । तिन महँ द्विज, द्विज महँ श्रुतिधारी । तिन महँ निगम निति अनुसारी । तिन महँ पुनि विरक्त पुनि ज्ञानी । ज्ञानहु ते अति प्रिय विज्ञानी । तिनतें मोह अति प्रिय निज दासा । जैहि गति मोरि न दूसरी आसा । . हे करतार बिनै सुनो 'दास' की लोकनि को अवतार करयो जनि । लोकनि को अवतार करयो तो मनुष्यन को तो सँवार करयो जनि । मानुष हू को सँवार करयो तो तिन्हैं बिच प्रेम पसार करयौ जनि । प्रेम पसार करयो तो दयानिधि कैहूँ बियोग बिचार करयौ जनि ।

  • वस्त्र, कपड़ा

    उदाहरण
    . बगरे बार झीनें सार में झलकति अधर नई अरुनई सरसानि ।

  • गमन, क्रमण, गति
  • मवाद, पस ,
  • गोबर, गोमय
  • प्रसार, फैलाव, विस्तृति ,
  • दृढ़ता, मजबूती, धैर्य, धीरता

संस्कृत ; संज्ञा, विशेषण, पुल्लिंग

  • उत्तम, श्रेष्ठ
  • सारिका, मैना

    उदाहरण
    . गहबर हिय शुक सों कहेँ सारो ।

  • ठोस, दृढ़, मजबूत
  • न्याय्य
  • आवश्यक, अनिवार्य
  • सही, वास्तविक
  • अनेक प्रकार का, रंग बिरंगा, चितकबरा
  • भगानेवाला, दूर करनेवाला

हिंदी ; संज्ञा, पुल्लिंग

  • पालन, पोषण, रक्षा

    उदाहरण
    . जड़ पंच मिलै जिहि देह करी करनी लषु धौं धरनीधर की । जनु को कहु क्यों करिहैं न सँभार जो सार करै सचराचर की ।

  • शय्या, पलंग

    उदाहरण
    . रची सार दोनों इक पासा । होय जुग जुग आवहिं कैलासा ।

  • खबरदारी, सँभाल, हिफाजत

    उदाहरण
    . भरत सौगुनी सारकरत हैं अति प्रिय जानि तिहारे ।

  • सुधबुध, अवसान, होश हवास
  • खोजखबर

फ़ारसी ; संज्ञा, पुल्लिंग

  • उष्ट्र, ऊँट
  • एक चिड़िया

प्रत्यय

  • पदांत में प्रयुक्त होकर यह फारसी प्रत्यय निम्नांकित अर्थ देता है—
  • वाला, जैसे,—शर्मसार
  • बहुतायत, जैसे,—कोहसार
  • मानिंद, तुल्य, समान, जैसे,—देव सार

संस्कृत ; संज्ञा, स्त्रीलिंग

  • पशुओं को बाँधने का स्थान, पशुशाला, जैसे, गो सार

सार के अंगिका अर्थ

विशेषण

  • वास्तविक,आवश्यक, सर्वोत्तम,ठोस, सच्चा, वलवान

संज्ञा, पुल्लिंग

  • सत्व निचोड़, रस, मज्जा, मुख्य विन्दु वक्षों का रस, गोंद, दृढ़ता, सारांश, कठोरता, धन-दौलत, दही की मलाई, जंगल झाड़ इस्पात, लोहा शतरंज का मोहर

सार के कन्नौजी अर्थ

संज्ञा, पुल्लिंग

  • पत्नी का भाई. 2. सारांश. 3. मूल भाग

सार के कुमाउँनी अर्थ

संज्ञा, स्त्रीलिंग

  • अभ्यास, आदत, महावरत, 'सार औण'-अभ्यस्त होना; खेतों की फसल, फसल से भरे खेतों का सिलसिला

विशेषण

  • कठोर, सख्त, न उखड़ने वाला

सार के गढ़वाली अर्थ

सारि, सारी

विशेषण

  • कला, शिल्प, तरकीब, उपाय, ढंग, चमत्कार |
  • हीरे की कला को केवल जोहरी ही जानता है

संज्ञा, पुल्लिंग

  • तत्व, सत, निष्कर्ष
  • फेरा
  • भरोसा, आशा, सहारा |

संज्ञा, स्त्रीलिंग

  • पहाड़ों में सीड़ीनुमा खेतों का समूह

Adjective

  • technique, trick, art, plan, skill, method, means.

    उदाहरण
    . हीरे सार जवरि जाणु


Noun, Masculine

  • essence,quintessence, substance.
  • reliance,hope, dependence, expectation,support.
  • to go round again and again, coming and going back.

Noun, Feminine

  • cluster of terraced agricultural fields in hills.

सार के बघेली अर्थ

संज्ञा, पुल्लिंग

  • पत्नी का भाई, साला, पशु रखने का कक्ष

सार के बज्जिका अर्थ

संज्ञा

  • साला, पत्नी का भाई

सार के बुंदेली अर्थ

संज्ञा, पुल्लिंग

  • लकड़ी के बीच का पूर्ण पका हुआ भाग जो प्राय: कत्थई रंग का होता है और जिस पर पानी तथा किसी कीड़े का असर नहीं होता है, मुख्य अंश जो सारी बात का केन्द्र होता है, केन्द्रीय भाव

सार के ब्रज अर्थ

सकर्मक क्रिया, सकर्मक

  • सरकाना , दूर करना , पाणि

पुल्लिंग

  • तत्व , निष्कर्ष

    उदाहरण
    . सूर भक्त वत्सला बरनों सर्व कथा को सार।

  • रस ।; गूदा ।; गोशाला ।; खाद ।; गरमाया हुआ दूध ।; मलाई। ८. परिणाम । ९. घन । १०. नवनीत । ११. अमृत । १२. लोहा । १३. वन , १४. वृक्ष का क्षार , १५. पवन , १६. रोग , १७. जुआ, १८. कत्था, १९. कपूर , २०. तलवार , २१. हड्डी , २२. छंद विशेष , २३. साला

विशेषण

  • उत्तम , श्रेष्ठ ; दृढ़ ; ताजा ; सलई , कमजोर लकड़ी

    उदाहरण
    . पाटी निरखत सार को, कहत गढ़ी किहि हेत ।

  • आधार मूल

सार के भोजपुरी अर्थ

संज्ञा, पुल्लिंग

  • गाय-बैलों का घर,

    उदाहरण
    . सार के गोबर पहटन से खींच द।

  • साला;

    उदाहरण
    . पत्री के भाई के सार कहल जाला।

Noun, Masculine

  • cattle yard.
  • wife's brother.

सार के मगही अर्थ

हिंदी ; संज्ञा

  • पली का भाई, साला; (शाला) पशुओं के बाँधने का घर या स्थान यथा: हथसार, घोड़सार (शाल) पेड़ की पक्की लकड़ी, हीर; (सारना) आँख में काजल आदि लगाने की क्रिया; जुआ खेलने का पासा, जुए का खेल; किसी वस्तु का असली भाग, सत्व, अर्क; सारांश, भाव; दूध की छाली, मक्खन, नवन

सार के मैथिली अर्थ

संज्ञा

  • पत्नीक भाए
  • तात्विक अंश, तत्त्व
  • निचोड़
  • संक्षिप्त रूप

Noun

  • wife's brother.
  • substance.
  • extract, essence.
  • summary.

सार के मालवी अर्थ

संज्ञा, पुल्लिंग

  • किसी पदार्थ का मुख्य या मूल भाग, तत्त्व, सत, गूदा, मर्म, निष्कर्ष, मतलब, परिणाम, फल, धन, दौलत, भलाई या मक्खन, बल, शक्ति, वीर्य, लोहा, लोहे का हथियार, तलवार, जुआ खेलने के पाँसे, शतरंज, चोसर की गोटी, पिंगल का एक छंद जिसमें 25 मात्रायें होती हैं। अन्त में दो

अन्य भारतीय भाषाओं में सार के समान शब्द

उर्दू अर्थ :

जौहर - جوہر

लुब्ब-ए-लुबाब - لب لباب

पंजाबी अर्थ :

सार - ਸਾਰ

गुजराती अर्थ :

सार - સાર

सारुं - સારું

सारांश - સારાંશ

तात्पर्य - તાત્પર્ય

कोंकणी अर्थ :

सार

सारांश

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