samvakaar meaning in hindi
समवकार के हिंदी अर्थ
संज्ञा, पुल्लिंग
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रूपक के दस भेदों में से एक का नाम, एक प्रकार का नाटक
विशेष
. इसकी कथावस्तु का आधार किसी प्रसिद्ध देवता या असुर आदि के जीवन की कोई घटना होती है। साहित्य दर्पण के अनुसार यह वीर रस प्रधान होता है और इसमें प्रायः देवताओं और असुरों के युद्ध का वर्णन होता है। इसमें तीन अंक होते हैं और विमर्ष संधि के अतिरिक्त शेष चारों संधियाँ रहती हैं। इसमें विंदु या प्रवेशक नहीं होता।
समवकार के तुकांत शब्द
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