संघ

संघ के अर्थ :

संघ के मगही अर्थ

संस्कृत ; संज्ञा

  • समूह, समुदाय, टाला दे.'संग', संगठन, सभा, समिति

अरबी ; संज्ञा

  • दे. 'संद'

संघ के हिंदी अर्थ

संस्कृत ; संज्ञा, पुल्लिंग

  • समूह , समुदाय , दल , गण
  • मनुष्यों का वह समुदाय जो किसी विशेष उद्देश्य से एकत्र हुआ हो , समिति , सभा , समाज
  • प्राचीन भारत का एक प्रकार का प्रजातंत्र राज्य जिसमें शासनाधिकार प्रजा द्वारा चुने हुए प्रतिनिधियों के हाथ में होता था
  • इसी संस्था के ढंग पर बना हुआ बौद्ध श्रमणों आदि का धार्मिक समाज

    विशेष
    . इसकी स्थापना महात्मा बुद्ध ने की थी । पीछे से यह बाँद्ध धर्म के त्रिरत्नों में से एक रत्न माना जाता था । शेष दो त्रिरत्न बुद्ध और धर्म थे ।

  • साधुओं आदि के रहने का मठ , संगत
  • अंतरगता , घनिष्ठ संपर्क (को॰)

संघ के पर्यायवाची शब्द

संपूर्ण देखिए

संघ के ब्रज अर्थ

  • समूह , समाज

विशेषण, सकर्मक क्रिया, अकर्मक क्रिया, अकर्मक, सकर्मक

  • बास लेना , महक लेना

    उदाहरण
    . सूंघत ऊंघत बात हू, जीभ रहत है ऐंचि ।

  • सांप का काटना
  • अत्यंत अल्प

संघ के मैथिली अर्थ

संज्ञा

  • समान उद्देश्यक सिद्धि हेतु विधिवत् मेल कएने लोकक दल
  • विभिन्न संगठनकें मिलाए बनाओल एक महासम्मिलन

Noun

  • union, association, organization.
  • federation.

संघ के मालवी अर्थ

संज्ञा, पुल्लिंग

  • समूह, समुदाय, संघटित समाज, प्राचीन बौद्ध भिक्षुओं का धार्मिक समाज अथवा निवासस्थान, सभा या समाज जिसे कानून अनुसार एक व्यक्ति के रूप में काम करने का अधिकार हो।

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