sanku meaning in braj
संकु के ब्रज अर्थ
पुल्लिंग
- कील । मेख । खूटी।; भाला । गाँसी ।; शंख ।; मत्स्य विशेष ।; कंदर्प ; शिव; राक्षस, ८. विष , ९. हंस , १० पाद , ११. दाँव , १२. उग्रसेन का एक पुत्र , १३. लिंग , १४. शिवजो का एक गंधर्व अनुचर , १५. पत्तों की नसें
संकु के हिंदी अर्थ
संज्ञा, पुल्लिंग
- विवर, सूराख, छिद्र
- कोई नोकदार वस्तु
- भाला, बरछा
संकु के तुकांत शब्द
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