संस्कृत

संस्कृत के अर्थ :

  • स्रोत - संस्कृत

संस्कृत के कुमाउँनी अर्थ

संज्ञा, पुल्लिंग

  • व्याकरण के नियमों के अनुसार सिद्ध किया गया शब्द और भाषा-विन्यास

संस्कृत के अँग्रेज़ी अर्थ

Adjective

  • cultured, refined
  • Sanskrit (language)

संस्कृत के हिंदी अर्थ

संसकिरत

विशेषण

  • संस्कार किया हुआ, शुद्ध किया हुआ
  • परिमार्जित, परिष्कृत
  • धो माँजकर साफ किया हुआ, निखारा हुआ
  • पकाया हुआ, सिझाया हुआ
  • सुधारा हुआ, ठीक किया हुआ, दुरुस्त किया हुआ
  • अच्छे रूप में लाया हुआ, सँवारा हुआ, सजाया हुआ, आरास्ता
  • जिसका उपनयन आदि संस्कार हुआ हो
  • श्रेष्ठ, सवोंत्तम
  • अभिमंत्रित, पुनीत किया हुआ
  • जिसका उपनयन संस्कार हुआ हो

    उदाहरण
    . गुरुकुल में संस्कृत छात्रों को शिक्षा दी जाती है ।

  • जिसका परिष्करण हुआ हो या किया गया हो
  • संस्कृत का या संस्कृत भाषा संबंधित

    उदाहरण
    . रंजन संस्कृत साहित्य का अध्ययन कर रहा है ।

  • जिसका संस्कार किया गया हो
  • परिष्कृत; परिमार्जित
  • साफ़-सुथरा; निखरा
  • शुद्ध; शोधित; ठीक; दुरुस्त
  • शिष्ट; सभ्य; सुरुचिसंपन्न
  • सजाया-सँवारा हुआ; सुधारा हुआ
  • जिसका उपनयन संस्कार हो चुका हो
  • जिसका संस्कार किया गया हो
  • परिमार्जित, परिष्कृत

संज्ञा, स्त्रीलिंग

  • भारतीय आर्यों की प्राचीन साहित्यिक भाषा , पुरानी आर्यो की लिखने पढ़ने की उच्च भाषा , देववाणी

    विशेष
    . विद्वानों की राय है कि वेदों (संहिताओं) की भाषा अत्यंत प्राचीन है । यह सुदूर अतीत में कभी बोलचाल की आर्यों की भाषा थी । जब उस भाषा में परिवर्तन होने लगा और धीरे धीरे उसके समझनेवाले कम होने लगे, तब संहिताओं का संकलन हुआ । बाद में यास्क ने निघंटु आदि बनाकर उस मंत्र- भाग की भाषा को विद्वानों में सुरक्षित रखा । पीछे जो आर्य- भाषा प्रचलित होती गई, उसपर क्रमशः द्रविड़ आदि आर्येतर भारतीय भाषाओं का प्रभाव पड़ता गया । अतः इस प्रचलित या लौकिक आर्यभाषा को शुदध, व्यवस्थित और सुरक्षित रखने का इंद्र, शाकल्य शाकटायन, पाणिनि आदि वैयाकरणों ने प्रयत्न किया । पाणिनि आदि वैयाकरणों ने दूर दूर तक फैले हुए यथासंभव सब प्रयोगों और रूपों को ध्यान में रखते हुए एक व्यापक आर्यभाषा का व्याकरणनिर्माण किया । यही 'भाषा' या लौकिक संस्कृत कहलाई जो रूप स्थिर हो जाने के कारण साहित्य की सर्वमान्य भाषा हुई और अबतक चली आ रही है । लोगों की बोलचाल की भाषा में अंतर पड़ता रहा, पर यह संस्कृत ज्यों की त्यों रही और विद्वानों तथा शिष्यों की परंपरा द्वारा अपने शुद्ध रूप में व्यवहृत तथा प्रयुक्त होती चली आ रही है । आज भी उसमें साहित्य रचा जा रहा है और पत्र-पत्रिकाएँ आदि निकलती है बोलचाल की भाषाएँ पाली, प्राकृत, अपभ्रंश आदि प्राकृतिक कहलाईं और यह संस्कार की हुई प्राचीन भाषा संस्कृत या अमरभाषा कहलाई ।

  • भारतीय आर्यों की प्राचीन साहित्यिक भाषा जिसमें वेद आदि लिखे गये हैं

    उदाहरण
    . संस्कृत को देव भाषा कहा गया है ।


संज्ञा, पुल्लिंग

  • व्याकरण के नियमों द्वारा व्युत्पन्न शब्द
  • द्विजाति का वह व्यक्ति जिसका संस्कार हो गया हो
  • विद्वान् पुरुष
  • धार्मिक परंपरा
  • बलि, आहुति

संस्कृत के पर्यायवाची शब्द

संपूर्ण देखिए

संस्कृत के अंगिका अर्थ

संज्ञा, स्त्रीलिंग

  • भारत वर्ष की प्राचीनभाषा, देववाणीठ

विशेषण

  • संस्कार किया हुआ

संस्कृत के गढ़वाली अर्थ

  • भारतीय आर्यों की प्राचीन परिस्कृत भाषा
  • सुनिर्मित; सुधारा हुआ; परिष्कृत किया हुआ
  • नियमानुसार बना हुआ शब्द
  • the Sanskrit language, the sacred & classical literary language of Arayans of India.
  • a word constructed according to rules.
  • perfected,cultured, refined; polished.

संस्कृत के बुंदेली अर्थ

संसकिरित

संज्ञा, स्त्रीलिंग

  • संस्कृत, देवभाषा, हिन्दुओं के धर्मशास्त्र की भाषा, श्रेष्ठ साहित्य सम्पन्न प्राचीन भारतीय भाषा

संस्कृत के मैथिली अर्थ

विशेषण

  • सुधारल

Adjective

  • refined.

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