sarasvatii meaning in garhwali
सरस्वती के गढ़वाली अर्थ
संज्ञा, स्त्रीलिंग
- वाणी या विद्या की देवी, वाणी, सरस्वती, एक नदी जो पुराणों और लोक विश्वास के अनुसार इलाहाबाद में गंगा और यमुना में मिलती है
संज्ञा, स्त्रीलिंग
- ऋगवेद के नदीसूक्त में वर्णित एक प्रसिद्ध पवित्र नदी, गढ़वाल हिमालय के माणा गाँव के ऊपर की हिमानियों से निकलकर केशवप्रयाग में अलकनन्दा से संगम करने वाली नदी
Noun, Feminine
- an epithet of goddess Saraswati, the goddess of speech and learning, name of a river supposed to join the Ganga and Yamuna at Allahabad.
Noun, Feminine
- a holy river mentioned in the Rigveda, according to Rigveda name of a river in Garhwal Himalaya which originates from the snow covered peaks above Mana village and joins with Vishnu Ganga (Alakhnanda) at Keshavprayag north of Badrinath temple.
सरस्वती के अँग्रेज़ी अर्थ
Noun, Feminine
- the goddess of learning/speech
- speech
- name of a river
सरस्वती के हिंदी अर्थ
संज्ञा, स्त्रीलिंग
- एक प्राचीन नदी जो पंजाब में बहती थी और जिसकी क्षीण धारा कुरुक्षेत्र के पास अब भी है
-
(पुराण) विद्या और वाणी की देवी जिनका वाहन हंस है; वीणावादिनी; ज्ञानदा; वाग्देवी; वागीशा; वागीश्वरी; भारती; शारदा; विमला, विद्या या वाणी की देवी , वाग्देवी
विशेष
. वेदों में इस नदी का उल्लेख बहुत है और इसके तट का देश बहुत पवित्र माना गया है । पर वहां यह नदी अनिश्चित सी है । बहुत से स्थलों में तो सिंध नदी के लिये ही इसका प्रयोग जान पड़ता है । कुरुक्षेत्र के पास से होकर बहनेवाली मध्यदेशवाली सरस्वती के लिये इस शब्द का प्रयोग थोडी ही जगहों में हुआ है । कुछ विद्वानों का अनुमान है कि पारसियों के आवेस्ता ग्रंथ में अफगानिस्तान कि जिस 'हरख्वैती' नदी का उल्लेख है, वास्तव में वही मूल सरस्वती है । पीछे पंजाब की नदी को यह नाम दिया गया । ऋग्वेद में इस नदी के समुद्र में गिरने का उल्लेख है । पर पीछे की कथाओं में इसकी धारा लुप्त होकर भीतर भीतर प्रयोग में जाकर गंगा से मिलती हुई कही गई है । वेदों में सरस्वती नदीयों की माता कही गई है और उसकी सात बहिनें बताई गई हैं । एक स्थान पर वह स्वर्णमार्ग से बहती हुई और वृत्रासुर का नाश करनेवाली कही गई है । वेद मंत्रों में जहाँ देवता रूप में इसका आह्वान है, वहाँ पूषा, इंद्र और सरुत आदि के साथ इसका संबंध है । कुछ मंत्रों में यह इड़ा और भारती के साथ तीन यज्ञदेवियों में रखी गई है । वाजसनेयी संहिता में कथा है कि सरस्वती ने वाचादेवी के द्वारा इंद्र को शक्ति प्रदान की थी । आगे चलकर ब्राह्मण ग्रंथों में सरस्वती वाग्देवी ही मान ली गई है । पुराणों में सरस्वती देवी ब्रह्मा की पुत्री और स्त्री दोनों कही गई है और उसका वाहन हंस बताया गया है । महाभारत में एक स्थान पर सरस्वती को दक्ष प्रजापति की कन्या लिखा है, लक्ष्मी और सरस्वती देवी का वैर भी प्रसिद्ध है । - विद्या , इल्म
- रागिनी जो शंकराभरण और नट नारायण के योग से उत्पन्न मानी जाती है
- ब्राह्मी बूटी
- मालकँगनी , ज्योतिष्मती लता
- सोमलता
- एक छंद का नाम
- गाय
- वचन वाणी , शब्द , स्वर
- नदी , सरिता
- उत्कृष्ट या श्रेष्ठ स्त्री , सभ्य एवं शिष्ट महिला, उत्तम गुणों वाली स्त्री
- दुर्गा देवी का एक रुप , महासरस्वती
- बौद्धों की एक देवी
सरस्वती के पर्यायवाची शब्द
संपूर्ण देखिएसरस्वती के यौगिक शब्द
संपूर्ण देखिएसरस्वती के कन्नौजी अर्थ
संज्ञा, स्त्रीलिंग
- एक प्रसिद्ध नदी 2. विद्या की देवी. 3. वाणी
सरस्वती के कुमाउँनी अर्थ
संज्ञा, स्त्रीलिंग
- विद्या, वाणी की अधिष्ठाता देवी, शारदा, प्राचीन गांधार देश की प्रसिद्ध नदी जो जेन्द अवेस्ता में पहलवी भाषा प्रभाव से हर- ह वती और ग्रीक प्रभाव से अरक्वती कहलाई; अर्कोसिया (सारस्वत) देश की नदी
सरस्वती के ब्रज अर्थ
- विद्या की देवी , शारदा, भारती
- एक नदी का नाम
सरस्वती के मैथिली अर्थ
संज्ञा
- विद्याक अधिष्ठात्री एक देवी, वाग्देवी
Noun
- a goddess representing learning and language.
सरस्वती के तुकांत शब्द
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