सौज

सौज के अर्थ :

  • स्रोत - संस्कृत

सौज के हिंदी अर्थ

संज्ञा, स्त्रीलिंग

  • उपकरण, सामग्री, साज सामान

    उदाहरण
    . कहाँ लगि समुझाऊँ सूर सुनि जाति मिलन की औधि टरी । लेहु सँभारि देहु पिय अपनी बिन प्रमान सब सौज धरी । . जन पुकारे हरि पै जाइ । जिनकी यह सब सौज राधिका तेरे तनु सब लई छँड़ाइ । . जिन हरि सौज चोरि जग खाई । विगत दसन ते होहि बनाइ । . अलि सुगंध बस रहे लुभाई । भोग सौज सब सजी बनाई ।


विशेषण

  • 'सौजा'

संज्ञा, पुल्लिंग

  • 'सौजा'

सौज के बुंदेली अर्थ

संज्ञा, स्त्रीलिंग

  • दे. सोंज

सौज के ब्रज अर्थ

स्त्रीलिंग

  • दे० 'सौंज'

    उदाहरण
    . तुलसी त्रिलोक की समृद्धि सौज संपदा ।

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