शृंगार

शृंगार के अर्थ :

  • स्रोत - संस्कृत

शृंगार के हिंदी अर्थ

संज्ञा, पुल्लिंग

  • साहित्य शास्त्र के नौ रसों में पहला रस
  • साहित्य के अनुसार नौ रसों में से एक रस जो सबसे अधिक प्रसिद्ध है और प्रधान माना जाता है

    विशेष
    . इसमें नायक-नायिका के परस्पर मिलन के कारण होने वाले सुख की परिपुष्टता दिखलाई जाती है। इसका स्थायी भाव रति है। आलंबन विभाव नायक और नायिका हैं । उद्दीपन विभाव सखा, सखी, वन, बाग आदि, विहार, चंद्र- चंदन, भ्रमर, झंकार, हाव भाव, मुसक्यान तथा विनोद आदि हैं। यही एक रस है जिसमें संचारी विभाव, अनुभाव सब भेदों सहित होता है और इसी कारण इसे रसराज कहते हैं। इसके देवता विष्णु अथवा कृष्ण माने गए हैं और इसका वर्ण श्याम कहा गया है। यह दो प्रकार का होता है—एक संयोग और दूसरा वियोग या विप्रलंभ। नायक-नायिका के मिलने को संयोग और उनके विछोह को वियोग कहते हैं।

    उदाहरण
    . जाको थायी भाव रस, सो शृंगार सुहोत। मिलि विभाव अनुभाव पुनि संचारिन के गोत। . शृंगार रस में नायक-नायिका के मिलन अथवा संयोग से उत्पन्न सुख या वियोग के कारण होने वाले कष्टों का वर्णन होता है।

  • स्त्रियों का वस्त्राभूषण आदि से शरीर को सुशोभित और चित्ताकर्षक बनाना, सजावट

    विशेष
    . शृंगार 16 कहे गए हैं—अंग में उबटन लगाना, नहाना, स्वच्छ वस्त्र धारण करना, बाल सँवारना, काजल लगाना, सिंदूर से माँग भरना, महावर देना, भाल पर तिलक लगाना, चिबुक पर तिल बनाना, मेंहदी लगाना, अर्गजा आदि सुगंधित वस्तुओं का प्रयोग करना, आभूषण पहनना, फूलों की माला धारण करना, पान खाना, मिस्सी लगाना। जैसे—अंग शुची मंजन बसन, माँग महावर केश। तिलक भाल तिल चिबुक में भूषण मेंहदी वेश। मिस्सी काजल अर्गजा, बीरी और सुगंध। पुष्प कली युत होय कर, तब नव सप्त निबंध।

    उदाहरण
    . कुछ स्त्रियों का अधिकांश समय शृंगार में व्यतीत होता है। . संग सखी सोहैं बिधि बारा। कीन्हें तन षोडश शृंगारा।

  • किसी चीज़ को दूसरे सुंदर उपकरणों से सुसज्जित करना, सजावट, बनाव-चुनाव
  • भक्ति का एक भाव या प्रकार जिसमें भक्त अपने आप को पत्नी के रूप में और अपने इष्टदेव को पति के रूप में मानते हैं

    उदाहरण
    . शति दास्य सख्य वात्सल्य और शृंगारु चारु पाँचौ रस सार विस्तार नीक गाए हैं।

  • वह जिससे किसी चीज़ की शोभा बढ़ती हो

    उदाहरण
    . यशुमति कोखि सराहि बलैया लेन लगी ब्रजनार। ऐसो सुत तेरे गृह प्रकट्यो या ब्रज को शृंगार।

  • लौंग
  • सिंदूर
  • (लाक्षणिक) किसी को अधिक आकर्षक बनाने वाला गुण
  • अदरक
  • चूर्ण, चूरन
  • काला अगर
  • सोना
  • रति, मैथुन
  • हाथी की सूँड़ पर चित्रित सिंदूर की रेखाएँ

शृंगार के पर्यायवाची शब्द

संपूर्ण देखिए

शृंगार के अँग्रेज़ी अर्थ

Noun, Masculine

  • love, the erotic sentiment, sexual passion or desire
  • elegant, make-up
  • adornment

शृंगार के कुमाउँनी अर्थ

संज्ञा, पुल्लिंग

  • शरीर को सजाने का कार्य, शरीर की शोभा और सुंदरता बढ़ाने के लिए सुगन्ध, चन्दन, रोली, लेप, सिंदूर, काजल, बिंदी आदि का प्रयोग

शृंगार के ब्रज अर्थ

संज्ञा, पुल्लिंग

  • साहित्य का प्रथम रस
  • सजावट के लिए शरीर की सफ़ाई करना और आभूषण आदि धारण करना

शृंगार के मैथिली अर्थ

संज्ञा

  • प्रसाधन, साज
  • काम-वासना, रतिभाव
  • काव्यक प्रेम-स्स

Noun

  • make-up, decoration.
  • amorousSentiment, sex-impulse.
  • erotic sentiment expressed in poetic way.

अन्य भारतीय भाषाओं में शृंगार के समान शब्द

उर्दू अर्थ :

सिंगार - سنگار

आराइश - آرائش

वस्ल - وصل

पंजाबी अर्थ :

शिंगार - ਸ਼ਿੰਗਾਰ

गुजराती अर्थ :

शृंगार - શૃંગાર

प्रसाधन - પ્રસાધન

शृंगार रस - શૃંગાર રસ

कोंकणी अर्थ :

शृंगार

शृंगार रस

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