shvetaashvatar meaning in hindi
श्वेताश्वतर के हिंदी अर्थ
संज्ञा, स्त्रीलिंग
- कृष्ण यजुर्वेद की एक शाखा
-
उपनिषद् विशेष
विशेष
. इसमें वेदांत के प्रायः सब सिद्धांतों के मूल पाए जाते हैं। भगवद् गीता के बहुत से प्रसंग इससे लिए हुए जान पड़ते हैं। इसकी संस्कृत बड़ी ही सरल और स्पष्ट है। वेदांत के प्रसंगों के अतिरिक्त इसमें योग और सांख्य के सिद्धांतों के मूल भी मिलते हैं। वेदांत, सांख्य और योग तीनों शास्त्रों के कर्ताओं ने मानो इसी के मूल वाक्यों को लेकर ब्रह्म के स्वरूप तथा पुरुष-प्रकृति भेद आदि का विस्तार किया है।
सब्सक्राइब कीजिए
आपको नियमित अपडेट भेजने के अलावा अन्य किसी भी उद्देश्य के लिए आपके ई-मेल का उपयोग नहीं किया जाएगा।
क्या आप वास्तव में इन प्रविष्टियों को हटा रहे हैं? इन्हें पुन: पूर्ववत् करना संभव नहीं होगा