sneh-vasti meaning in hindi

स्नेह-वस्ति

  • स्रोत - संस्कृत

स्नेह-वस्ति के हिंदी अर्थ

संज्ञा, स्त्रीलिंग

  • वैद्यक के अनुसार दो प्रकार की वस्ति या पिचकारी देने की क्रियाओं में से एक

    विशेष
    . इस क्रिया में पिचकारी में तेल भरकर गुदा के द्वारा रोगी के शरीर में प्रविष्ट किया जाता है । प्रायः अजीर्ण, उन्माद, शोक, मूर्छा, अरुचि, श्वास, कफ और क्षप आदि के लिये यह वस्ति उपयुक्त कही गई है । इसका व्यवहार प्रायः वायु का प्रकोप शांत करने और कोष्ठशुद्धि के लिये किया जाता है।

    उदाहरण
    . स्नेहवस्ति देने से पेट साफ हो जाता है ।

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