तंत्र

तंत्र के अर्थ :

  • स्रोत - संस्कृत

तंत्र के कन्नौजी अर्थ

संज्ञा, पुल्लिंग

  • प्रबंध
  • शासन प्रबंध
  • राज्य, राष्ट्र
  • अभिचार आदि का विचार करने वाला शास्त्र
  • तंतु
  • ताँत
  • वीणा आदि का तार
  • समूह

तंत्र के अँग्रेज़ी अर्थ

Noun, Masculine

  • a system
  • technique
  • a string gut
  • a body of mystical formulae or practices (for the attainment of super-human powers)
  • incantation

तंत्र के हिंदी अर्थ

संज्ञा, पुल्लिंग

  • कोई कार्य करने की प्रक्रिया, प्रणाली, व्यवस्था, प्रबंध
  • शासन की विशिष्ट प्रणाली, राज का प्रबंध, जैसे—राजतंत्र, प्रजातंत्र
  • झाड़ने-फूँकने का मंत्र
  • डोरा या सूत, तंतु
  • चमड़े की डोरी, ताँत
  • जुलाहा
  • कपड़ा बुनने की सामग्री
  • कपड़ा, वस्त्र
  • कुटुंब के भरण और पोषण आदि का कार्य
  • निश्चित सिद्धांत
  • प्रमाण, सबूत
  • औषध, दवा
  • कार्य, काम
  • कारण, वजह
  • उपाय, युक्ति
  • राज्य
  • राज-कर्मचारी
  • सेना, फ़ौज
  • अधिकार, स्वत्व
  • कार्य का स्थान, पद
  • प्रसन्नता, आनंद
  • घर, मकान
  • धन-संपत्ति
  • श्रेणी, वर्ग, कोटि
  • अधीनता, परवशता
  • दल, समूह
  • उद्देश्य
  • कुल, वंश, ख़ानदान
  • शपथ, क़सम
  • सजावट
  • नियम, क़ायदा
  • हिंदुओं का उपासना संबंधी एक शास्त्र

    विशेष
    . लोगों का विश्वास है कि यह शास्त्र शिवप्रणीत है। यह शास्त्र तीन भागों में विभक्त है— आगम, यामल और मुख्य तंत्र। वाराही तंत्र के अनुसार जिसमें सृष्टि, प्रलय, देवताओं की पूजा, सब कार्यों के साधना, पुरश्चरण, षट्कर्म- साधन और चार प्रकार के ध्यानयोग का वर्णन हो, उसे आगम और जिसमें सृष्टितत्व, ज्योतिष, नित्य कृत्य, क्रम, सूत्र, वर्णभेद और युगधर्म का वर्णन हो उसे यामल कहते हैं; और जिसमें सृष्टि, लट, मंत्रनिर्णय, देवताओं, के संस्थान, यंत्रनिर्णय, तीर्थ, आश्रम, धर्म, कल्प, ज्योतिष संस्थान, व्रत- कथा, शौच और अशौच, स्त्री—पुरूष—लक्षण, राजधर्म, दान— धर्म, युवाधर्म, व्यवहार तथा आध्यात्मिक विषयों का वर्णन हो, वह तंत्र कहलाता है। इस शास्त्र का मुख्य सिद्धांत यह है कि कलियुग में वैदिक मंत्रों, यज्ञों आदि का नहीं बल्कि तांत्रिक उपासना, विधि और यंत्र-मंत्रों का ही अनुष्ठान होना चाहिए। सब प्रकार के अभिचार, झाड-फूँक पुरश्चरण, भैरवी चक्र-पूजन, उच्चाटन, मारण, मोहन आदि षटकर्म इसी तंत्रसास्त्र के अन्तर्गत आते हैं। यह मुख्यतः शाक्तों का प्रधान शास्त्र है और उसके मंत्र प्रायः एकाक्षरी और अर्थहीन होते हैं। बौद्धों ने हिन्दुओं से यह शास्त्र लेकर चीन तथा तिब्बत में इसका विशेष प्रचार तथा विकास किया था। आधुनिक विद्वान इसे डेढ़ दो हजार वर्षों से अधिक पुराना नहीं मानते।

  • शारीरिक या प्राकृतिक रूप से अंगों से संबंधित समूह

    उदाहरण
    . पाचन क्रिया में पाचन तंत्र सहायक होता है।

  • वह यंत्र जिसमें एक से अधिक प्रारूप आदि एक दूसरे से सुसंगत रूप से जुड़े होते हैं और संयुक्त रूप से किसी कार्य को करने में सहायक होते हैं

    उदाहरण
    . इस तंत्र में दो मोटर लगे हैं।

  • स्वतंत्र पर एक दूसरे से जुड़े हुए तत्वों का वह समूह जिनसे एक इकाई का निर्माण होता है

    उदाहरण
    . आरक्षण से शिक्षा तंत्र प्रभावित होता है।

तंत्र के पर्यायवाची शब्द

संपूर्ण देखिए

तंत्र के यौगिक शब्द

संपूर्ण देखिए

तंत्र के कुमाउँनी अर्थ

तंतर, तन्तर

संज्ञा, पुल्लिंग

  • जादू-टोना किसी रोग आदि के मंतर, तंत्र

    विशेष
    . तांत्रिक विद्या का पुराने समय में प्रचलन होने से 'तन्त्र' शब्द का रूप बदलकर तन्तर' हो गया है; छोटे-मोटे इलाज तंत्र के सहारे किए जाते थे, लोक विश्वास के कारण 'तन्तर लगौण' अर्थात्-तंत्र लगाना जैसे प्रयोग अभी भी विद्यमान हैं।

तंत्र के गढ़वाली अर्थ

तंतर

संज्ञा, पुल्लिंग

  • तंत्र

तंत्र के ब्रज अर्थ

संज्ञा, पुल्लिंग

  • प्रबंध
  • शासन
  • झाड़-फूँक के मंत्र
  • सूत
  • ताँत
  • जुलाहा
  • वस्त्र
  • कार्य
  • नियम
  • उपाय
  • शपथ

तंत्र के मैथिली अर्थ

तन्त्र

संज्ञा, पुल्लिंग

  • एक धार्मिकसंप्रदाय
  • पद्धति, प्रणाली
  • तार, डोरी, सूत्र

Noun, Masculine

  • a mystic cult of religion
  • system, organisation, method.
  • wire, string, cord

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