ठार

ठार के अर्थ :

ठार के हिंदी अर्थ

संस्कृत ; संज्ञा, पुल्लिंग

  • गहरा जाड़ा, अत्यंत शीत, गहरी सरदी
  • स्थान, ठौर, जगह

    उदाहरण
    . राति दिवस करि चालीयउ, पुनरमइ दिवस पहुँतो तिणि ठार । बी॰ रासो, पृ॰ १०४ । . आओ, तूँ सालिक राह दिवाने चलते न लाए बार । मुकाम राहे मंजिल बूझैं उलजा हे किस ठार ।

  • खेत या खलिहान का वह स्थान जहाँ किसान अपने सामान आदि रखता है और देखरेख करता है
  • पाला, हिम, क्रि॰ प्र॰—पड़ना

हिंदी ; विशेषण

  • 'ठाढ़', 'ठाढ़ा'

    उदाहरण
    . ठारि भेलिहि धनि आँगो न डोले । . तन दाहत कर घींचहिं तूरत, ठार रहत है सोई । आसन मारि बिबौरी होवै, तबहूँ भक्ति न होई ।

ठार के अंगिका अर्थ

संज्ञा, पुल्लिंग

  • डाल, जाड़ा, पाला हिम

ठार के बज्जिका अर्थ

संज्ञा

  • ठण्ढा

ठार के ब्रज अर्थ

पुल्लिंग

  • पाला , अधिक सरदी

ठार के मगही अर्थ

अरबी ; संज्ञा

  • शीत, ठंडक, जाड़ा, पाला

ठार के मैथिली अर्थ

संज्ञा

  • डारि
  • पाला

Noun

  • branch.
  • frost.

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