Thavani meaning in braj

ठवनि

ठवनि के अर्थ :

  • स्रोत - संस्कृत

ठवनि के ब्रज अर्थ

  • खड़े होने या बैठने का ढंग विशेष ; आसन , मुद्रा ; अंग संचालन का ढंग

ठवनि के हिंदी अर्थ

संज्ञा, स्त्रीलिंग

  • बैठक, स्थिति

    उदाहरण
    . राज रुख लखि गुरु भूसुर सुआसनन्हि समय समाज की ठवनि भली ठई है ।

  • बैठने या खड़े होने का ढंग, आसन, मुद्रा, अंग की स्थिति या संचालन का ढब, अंदाज

    उदाहरण
    . कुंजर मनि कंठा कलित उर तुलसी की माल । बृषभ कंध केहरि ठवनि बलनिधि बाहु बिसाल । . ठाढ़ भए उठि सहज सुभाए । ठवनि जुवा मृगराज लजाए ।

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