तिआ

तिआ के अर्थ :

तिआ के मैथिली अर्थ

  • दे. तिअ

तिआ के हिंदी अर्थ

तिया

संस्कृत ; संज्ञा, पुल्लिंग

  • गंजीफे या ताश का वह पत्ता जिस— पर तीन बूटियाँ होती हैं, तिक्की, तिड़ी
  • नक्कीपूर के खेल में वह दाँव जो पूरे पूरे गंडों के गिनने के बाद तीन कौड़ियाँ बचने पर होता है

हिंदी ; संज्ञा, स्त्रीलिंग

  • 'तिय'

    उदाहरण
    . पुनि चौपर खेलौं कै हिया । जो तिर हेल रहै सो तिया ।

  • तिय (स्त्री)
  • ० = तिय (स्त्री)

तिआ के अवधी अर्थ

तिया

  • स्त्री; (कविता में प्रयुक्त)

तिआ के बुंदेली अर्थ

तिया

संज्ञा, पुल्लिंग

  • चौपड़ के खेल में पाँसे में पड़ी तीन की इकाई

संज्ञा, पुल्लिंग

  • चौपड़, चंगला, सुरई आदि में पासों या कोंणियों पर आया तीन का अंक

तिआ के ब्रज अर्थ

तिया

  • नारी, स्त्री

तिआ के मगही अर्थ

संज्ञा

  • स्त्री, पत्नी

सब्सक्राइब कीजिए

आपको नियमित अपडेट भेजने के अलावा अन्य किसी भी उद्देश्य के लिए आपके ई-मेल का उपयोग नहीं किया जाएगा।

क्या आप वास्तव में इन प्रविष्टियों को हटा रहे हैं? इन्हें पुन: पूर्ववत् करना संभव नहीं होगा