uchhaar meaning in braj
उछार के ब्रज अर्थ
- फलांग , कुदान
- ऊपर उठने की सीमा ; वमन , के
- उछालना
- फलांग , कुदान
- ऊपर उठने की सीमा ; वमन , के
- उछालना
उछार के हिंदी अर्थ
पुल्लिंग, स्त्रीलिंग
- सहसा ऊपर उठने की क्रिया, उछाल
- ऊपर उठने की हद, ऊँचाई जहाँ तक कोई वस्तु उचल सकती है
-
ऊँचाई
उदाहरण
. यक लख योजन भानु तें, है शशि लोक उछार । योजन अड़तालिस सहस में ताको बिस्तार । -
उछलता हुआ कण, छींटा
उदाहरण
. आई खेलि होरी ब्रजगोरी संग अंग अंग रंगीन अनंग सरसाइगो । कुंकुम की मार वापै रंगिनि उछार उड़ै बुक्का औ गुलाल लाल लाल बरसाइगो । रसखान (शब्द॰) । ५ - वमन, कै
उछार के अवधी अर्थ
संज्ञा
- वमन
उछार के मैथिली अर्थ
संज्ञा
- अगिलब
Noun
- spitting out, vomiting.
उछार के तुकांत शब्द
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