ugsaar meaning in braj
उगसार के ब्रज अर्थ
सकर्मक क्रिया, सकर्मक
- आगे या सामने रखना या लाना
-
किसी पर प्रकट या विदित करना उगल- सक० पेट की वस्तु को मुंह से बाहर निकालना
उदाहरण
. उगिलत आसो तऊ सुकल समर बीच राज राव ।
उगसार के तुकांत शब्द
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