ujhak meaning in braj

उझक

उझक के अर्थ :

उझक के ब्रज अर्थ

अकर्मक क्रिया, अकर्मक

  • उचकना, उछलना

    उदाहरण
    . उझकत झुझकत कही न मानत ।

  • झाँकने, ताकने या देखने के लिये उचकना या ऊपर उठना

    उदाहरण
    . मोहिं भरोसौ, रीझिहै उझकि झाँकि इक बार ।

  • घबराना, चौंकना

    उदाहरण
    . देखि-देखि मुगलो की हरमैं भवन त्यागें उझकि उझकि उठ बहत बयारी के ।

  • निकलना

    उदाहरण
    . कहै पद्माकर सु चंचल चितौनिहूँ तें, औझक उझ कि झझकीन में फसत है ।


अकर्मक क्रिया, अकर्मक

  • उचकना, उछलना

    उदाहरण
    . उझकत झुझकत कही न मानत ।

  • झाँकने, ताकने या देखने के लिये उचकना या ऊपर उठना

    उदाहरण
    . मोहिं भरोसौ, रीझिहै उझकि झाँकि इक बार ।

  • घबराना, चौंकना

    उदाहरण
    . देखि-देखि मुगलो की हरमैं भवन त्यागें उझकि उझकि उठ बहत बयारी के ।

  • निकलना

    उदाहरण
    . कहै पद्माकर सु चंचल चितौनिहूँ तें, औझक उझ कि झझकीन में फसत है ।

उझक के मगही अर्थ

संज्ञा

  • ताक-झांक, पंजा या एंडी पर खड़ा होकर देखना

उझक के तुकांत शब्द

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