वर्णविचार

वर्णविचार के अर्थ :

  • स्रोत - संस्कृत

वर्णविचार के ब्रज अर्थ

संज्ञा, पुल्लिंग

  • व्याकरण का वह अंश जिसमें अक्षरों की उत्पत्ति आदि पर विचार किया जाता है

वर्णविचार के अँग्रेज़ी अर्थ

Noun, Masculine

  • orthography

वर्णविचार के हिंदी अर्थ

संज्ञा, पुल्लिंग

  • आधुनिक व्याकरण का वह अंश जिसमें वर्णों के आकार, उच्चारण और संधि आदि के नियमों का वर्णन हो, व्याकरण का वह भाग जहाँ वर्णों या अक्षरों के स्वरूप, भेद, प्रयोग आदि पक्षों पर विचार होता है

    विशेष
    . प्राचीन वेदांग में यह विषय 'शिक्षा' कहलाता था और व्याकरण से बिल्कुल स्वतंत्र माना जाता था।

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