वेताल

वेताल के अर्थ :

  • स्रोत - संस्कृत

वेताल के ब्रज अर्थ

पुल्लिंग

  • द्वारपाल ; शिव के एक गणाधिप ; भूत योनि विशेष

वेताल के हिंदी अर्थ

संज्ञा, पुल्लिंग

  • द्वारपाल , संतरी
  • शिव के एक गणा- धिप
  • पुराणों के अनुसार भूतों की एक प्रकार की योनि , बैताल

    विशेष
    . इस योनि के भूत साधारण भूतों के प्रधान माने जाते हैं । ये प्रायःश्मशानों आदि में रहते हैं ।

    उदाहरण
    . गुटिका, पादुका, रस, परस, खहु, वेताल, यक्षिणी आठहु ये उपसिद्धि तें समन्वित ।

  • वह शव जिसपर भूतों ने अधिकार कर लिया हो
  • छप्पह के छठें भेद का नाम, जिसमें ६५ गुरु और २२ लघु, कुल ८७ वर्ण या १५२ मात्राएँ, अथवा ६५ गुरु और १८ लघु, कुल ८३ वर्ण या १४८ मात्राएँ होती है

वेताल के पर्यायवाची शब्द

संपूर्ण देखिए

वेताल के मैथिली अर्थ

संज्ञा

  • एक पिशाच जे असाध्य काज कए सकैत अछि

Noun

  • adevil of miraculous power.

वेताल के मालवी अर्थ

संज्ञा, पुल्लिंग

  • द्वारपाल, शिव का एक प्रधान गण, विक्रमादित्य द्वारा साधित गण।

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