viddyaa pa.Dhi sanjiivnii, nikre mati ke hiin, tulsii binaa vivek ke ban ma.i.n khaaye tiin meaning in kannauji

विद्या पढ़ि संजीवनी, निकरे मति के हीन, तुलसी बिना विवेक के बन मइँ खाये तीन

विद्या पढ़ि संजीवनी, निकरे मति के हीन, तुलसी बिना विवेक के बन मइँ खाये तीन के कन्नौजी अर्थ

  • व्यावहारिक ज्ञान न होना (एक बार काशी से तीन पंडित संजीवनी विद्या पढ़कर आये, रास्ते में मरे पड़े मिले एक सिंह को उन्होंने अपनी संजीवनी विद्या से जीवित किया, जिसने जिन्दा होते ही तीनों को खा लिया.)

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