आगम के पर्यायवाची शब्द
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अग
न चलने वाला स्थावर
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अगम
जहाँ कोई जा न सके, न जाने योग्य, पहुँच के बाहर, दुर्गम, अवघट
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अद्रि
पहाड़, पर्वत , शैल , अचल , भूमि का बहुत ऊँचा भाग , पथरीला और ऊँचा स्थान
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अफ़वाह
किसी घटना का ऐसा समाचार जो प्रामाणिक न होने पर भी जन-साधारण में फैल गया हो, उड़ती ख़बर, बाज़ारू ख़बर, अपुष्ट समाचार, मिथ्या समाचार, किवदंती
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आमदनी
आय, प्रार्ति, आनेवाला धन
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आम्नाय
आभ्यास
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आय
पूरानी या पूरबी हिंदी के 'आसना' या 'आहना' (होना) क्रिया का वर्तमानकलिक रूप, (शुद्ध शब्द 'आहि' है)
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उत्पत्ति
अस्तित्व में आने या उत्पन्न होने की अवस्था, क्रिया या भाव, आविर्भाव, उद्भव
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उपार्जन
परिश्रम और प्रयत्न से संग्रह अथवा अर्जन, कमाना, हासिल करना, पैदा करना, लाभ करना
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कर्ण
कान
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कान
श्रवणेन्द्रिय
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कारस्कर
कुचला, किंपाक वृक्ष
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कुज
पौधों का लताओं से ढका हुआ मार्ग
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कुट
मोट्टा कागज/कागज का गद्दा जमाया हुआ
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कुटार
नटखट या शरारती टट्ट
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गाछ
छोटा पेड़, पौधा
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छंद
वेद वह वाक्य जिसमें वर्ण या मात्रा की गणना के अनुसार विराम आदि का नियम हो
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जनश्रुति
किवदन्ती, उड़न्ती, अफबाह
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तंत्र
कोई कार्य करने की प्रक्रिया, प्रणाली, व्यवस्था, प्रबंध
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तरु
वृक्ष , पेड़
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दरख़्त
जड़, तने, शाखा तथा पत्तियों से युक्त बहुवर्षीय वनस्पति
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दली
चीड़ की लकड़ी का भीतरी भाग जिसे रोशनी के लिए जलाया जाता है
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द्रु
वृक्ष
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द्रुम
गाछ
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धनागम
लाभ आदि के रूप में आने या प्राप्त होने वाला धन
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धरणीरुह
वृक्ष
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नग
न गमन करनेवाला, न चलने फिरनेवाला, अचल, स्थिर
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निगम
मार्ग, पथ, रास्ता
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नीति
व्यवहार का ढंग, वह आधारभूत सिद्धान्त जिसके अनुसार कोई कार्य संचालित किया जाये; लोकाचार की पद्धति
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पटल
छप्पर । छाना ; छ्त ; आवरण , परदा ; परत ; पार्श्व; आँख का एक रोग; लकड़ी का पटरा , ८. पुस्तक का परिच्छेद , ९. माथे का तिलक , १०. ढेर , समूह
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पत्री
चिट्ठी, खत, पत्र
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पर्णी
वृक्ष, पेड़
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पलाशी
मांसाहारी, मांस खानेवाला
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पादप
पौधा
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पेड़
जो चुका दिया गया हो, जो चुकता कर दिया गया हो
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प्रवचन
विवेचनात्मक गम्भीर भाषण (विशेषत: धार्मिक/आध्यात्मिक)
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प्राप्ति
प्राप्त होएब
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फली
छोटे छोटे पौधों में लगनेवाले वे लंवे और चिपटे फल जिनमें गूदा नहीं होता बल्���ि उसके स्थान पर एक पंक्ति में कई छोटे छोटे बीज होते हैं
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बिखा
बुरा, नादानी, गरीबी।
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बूटा
वृक्ष फल, पत्ते आदि के चित्र जो कपड़े भीत आदिपर रंगबिरंगे बनाये जाते हैं
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ब्रह्म
सच्चिदानंद स्वरूप जगत का मूल तत्त्व. 2. सत्य. 3. वेद
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भविष्य
(काल) वर्तमान काल के उपरांत आने वाला, वह जो प्रस्तुत काल के समाप्त हो जाने पर आने वाला हो
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भूर्ज
भोजपत्र का वृक्ष
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महीज
अदरक, आदी
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महीरुह
वृक्ष; पेड़
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मेल
मिलाप
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यज्ञांग
विष्णु
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रूख
पेड़, वृक्ष
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वनस्पति
वह वृक्ष जिसमें फूल न हो (अर्थात् न दिखाई पड़े) केवल फल ही हों
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वानस्पत्य
वनस्पतिसम्बन्धी
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