अक्ष के पर्यायवाची शब्द
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अक्षि
आँख, नेत्र, वह इंद्रिय जिससे प्राणियों को रूप वर्ण विस्तार तथा आकार का ज्ञान होता है
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अन
बिना, बगैर
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अंबक
वह इंद्रिय जिससे प्राणियों को रूप, वर्ण, विस्तार तथा आकार का ज्ञान होता है, आँख, नेत्र
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आँख
आँख का दृष्टि-क्षेत्र या दृष्टि-सीमा या जहाँ तक आँख से देखा जा सकता हो
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आरंभ
किसी कार्य की प्रथमावस्था का संपादन, शुरू, प्रारंभ, श्रीगणेश, आरब्ध, शुरूआत, आग़ाज़, इब्तिदा, अनुष्ठान
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इंद्रिय
वह शक्ति जिससे बाहरी विषयों का ज्ञान प्राप्त होता है, वह शक्ति जिससे बाहरी वस्तुओं के भिन्न-भिन्न रूपों का भिन्न-भिन्न रूपों में अनुभव होता है
- ईक्षण
- केंद्र
- करण
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कर्षफल
बहेड़ा, विभीतक
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कल्पवृक्ष
पुराणानुसार देवलोक का एक वृक्ष जो समुद्र मंथन के समय निकले 14 रत्नों में माना जाता है, इच्छा पूरी करने वाला वृक्ष, काल्पनिक वृक्ष, कल्पतरु, कल्पद्रुम, पारिजात, देवतरु
- कलिंद
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कृषि
खेती, काश्त, किसानी
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ग्रहण
सूर्य, चंद्र या किसी दूसरे आकाशचारी पिंड की ज्योति की आवरण जो दृष्टि और उस पिंड के मध्य में किसी दूसरे आकाशचारी पिंड के आ जाने के कारण उसकी छाया पड़ने से होता है; अथवा उस पिंड और उसे ज्योति पहुँचानेवाले पिंड़ के मध्य में आ पड़नेवाले किसी अन्य पिंड की छाया पड़ने से होता है , जैसे,—चंद्र औऱ (उसे ज्योति पहुँचानेवाला) सूर्य के मध्य में पृथिवी के आ जाने के कारण चंद्रग्रहण और सूर्य तथा पृथिवी के मध्य में चंद्रमा के आ जाने के कारण सूर्यग्रहण का होना
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गाड़ी
घूमनेवाले पहियों के ऊपर ठहरा हुआ लकड़ी, लोहे आदि का ढाँचा, एक स्थान से दूसरे स्थान पर माल असबाब या आदमियों को पहुँचाने के लिए एक यंत्र, यान, शकट, यात्रा-वाहन
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गांत्री
बैलगाड़ी
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गो
गाय, गऊ
- चक्षु
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चश्म
नेत्र , आँख , लोचन , नयन
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चौसर
एक प्रकार का खेल जो चटाई पर चार रंगों की चार-चार गोटियों और तीन पासों से दो मनुष्यों में खेला जाता है, चौपड़, नर्दबाज़ी
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छकड़ा
बोझ लादने की दुपहिया गाड़ी जिसे बैल खींचते हैं, बैलगाड़ी, सग्गड़, लढी, क्रि॰ प्र॰—चलना, —चलाना
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तुल
'तुल्य'
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तैलफल
इंगुदी
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तुष
अन्न के ऊपर का छिलका, भूसी, —
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दृग
आँख, नेत्र, नयन, दृष्टि
- दृष्टि
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धुर
जूआ जो बैलों आदि के कंधे पर रखा जाता है
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धुरा
बोझ ढोने वाला पशु, भार, बोझ
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धुरी
धुरा
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नेत्र
आँख
- नयन
- पहिया
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पासा
हाथीदाँत या हड्डी के उँगली के बराबर छह पहले टुकड़े जिनके पहलों पर बिंदियाँ बनी होती हैं और जिन्हें चौसर के खेलने में खिलाड़ी बारी-बारी फेंकते हैं, जिस बल ये पड़ते हैं उसी के अनुसार बिसात पर गोटियाँ चली जाती हैं और अंत में हार जीत होती है
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बैलगाड़ी
वह गाड़ी जो बैल द्वारा खींची जाती है
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बहेड़ा
एक बड़ा और ऊँचा जंगली पेड़ जो अर्जुन की जाति का माना गया है
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बोझ
ऐसा पिंड जिसे गुरुत्व के कारण उठाने में कठिनता हो , ऐसी राशि या गट्ठर या वस्तु जो उठाने या ले चलने में भारी जान पड़े , भार, क्रि॰ प्र॰—उटना , —उठाना , —उतरना , —उतारना , — लदना , —लादना , —होना
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भार
एक परिमाण जो बीस पसेरी का होता है
- लोचन
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वासंत
वसंत
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विभीतक
बहेड़ा, बहेड़े का वृक्ष
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विलोचन
आँख, नेत्र, नयन, लोचन
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विषयी
वह जो भोग-विलास या विषय आदि में बहुत अधिक आसक्त हो, विलासी व्यक्ति, कामी आदमी
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शकट
छकड़ा, बैलगाड़ी
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शतांग
रथ, युद्ध का रथ
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शुरू
किसी कार्य की प्रथमावस्था का संपादन, आरंभ, प्रारंभ, जैसे,—अब तुम यह काम जल्दी शुरू कर डालो
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शलाट
वैद्यक के अनुसार दो हजार पल का परिमाण, शकट
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शाकटीन
गाड़ी का बोझ
- संवर्त
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हृषीक
इंद्रिय
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