अनुपम के पर्यायवाची शब्द
-
अकेला
जिसके साथ कोई न हो बिना साथी का , दुकेले का उलटा , एकाकी , तनहा; जैसे—'वह अकेला आदमी इतनी चीजैं कैसे ले जायेगा' (शब्द॰)
-
अतुल
जिसे तौला-मापा न जा सके, जिसकी तौल या अंदाज़ न हो सके
-
अतुलनीय
जिसका अंदाज़ा न हो सके, अपरिमित, अपार, बेअंदाज़, बहुत अधिक
-
अद्वैत
जिसकी बराबरी का और कोई न हो, द्वितीयरहित, एकाकी, अकेला, एक
-
अद्वितीय
जिसके समान कोई दूसरा न हो, जिसके जोड़ या बराबरी का कोई न हो, बेजोड़, अनुपम
-
अनूठा
अपूर्व, अनोखा, विचित्र, विलक्षण, अद्भुत, जो विशेष लक्षण से युक्त हो
-
अनुत्तम
जिसकी बराबरी का और कोई न हो, जिससे उत्तम दूसरा न हो, सर्वोत्तम
-
अनन्य
अन्य से संबंध न रखने वाला, एक ही में ही में लीन, एकनिष्ठ
-
अनुपमेय
अनुपमा
-
अन्यतम
जिसकी तुलना में और कोई न हो, सर्वश्रेष्ठ, सबसे बड़ा
-
अनवर
बिछुवा (चाँदी का छल्ला) पैर के अंगूठे की अंगूठी
-
अनोखा
अनूठा, निराला, विलक्षण, विचित्र, अद्भुत
- अपूर्व
-
अभेद
भेद का अभाव, अभिन्नता, एकत्व, एकता
-
अभिन्न
जो भिन्न न हो, जो अलग न हो, अपृथक्, एकमय
-
अभिराम
आनंद-दायक, रमणीय, मनोहर, सुखद, सुंदर, प्रिय, रम्य, मोहक
- अवाक्
- असाधारण
-
आकर्षक
वह जो दूसरे को अपनी ओर खींचे, आकर्षण करने वाला, खींचने वाला, जिसमें आकर्षण हो
-
उत्तम
जो गुण, विशेषता आदि में सबसे बढ़कर हो, बेहतर, श्रेष्ठ, सबसे अच्छा, सबसे भला
-
उन्नत
ऊँचा, ऊपर उठा हुआ
- एक
-
एकमात्र
एक ही, केवल एक, अकेला
-
कमनीय
कामना करने योग्य
- कल
-
कलित
विदित, ख्यात, उक्त
-
कांत
स्त्री की दृष्टि से उसका विवाहित पुरुष, पति, शौहर
-
ख़ूबसूरत
जिसकी शक्ल-सूरत अच्छी हो, सुंदर, रुपवान, रूप-विशिष्ट
-
चुप
जिसके मुँह से शब्द न निकले, अवाक्, मौन, खामोश, जैसे,—चुप रहो, बहुत मत बोलो, क्रि॰ प्र॰—करना, —रहना, —साधना, —होना
-
चारु
सुंदर, मनोहर, प्रिय
-
ज्येष्ठ
जो उम्र में बड़ा हो, बड़ा, जेठा
-
दर्शनीय
देखने योग्य, देखने लायक़
-
दिव्य
स्वर्ग से संबंध रखने वाला, स्वर्गीय
-
निरुत्तर
जो उत्तर न दे सके
-
निरुपम
जिसकी कोई उपमा न हो; अतुलनीय; बेजोड़
-
प्रकृष्ट
मुख्य, प्रधान, ख़ास
-
प्रग्रह
ग्रहण करने या पकड़ने का भाव या ढंग, धारण
-
प्रथम
गणना में जिसका स्थान सबसे पहले हो, जो गिनती में सबसे पहले आए, पहला
-
प्रमुख
संमुख, सामने, आगे
-
प्रवेक
उत्तम, प्रधान
-
प्रशस्त
जो प्रशंसा के योग्य हो, प्रशंसनीय
-
प्रेष्ठ
सबसे अधिक प्रिय, अतिश्य प्रिय, परम प्रिय, प्रियतम, बहुत प्यारा
-
प्राग्र
चरम बिंदु
-
प्रिय
आत्मीय व्यक्ति; पति या प्रेमी
-
प्रियदर्शन
जो देखने में प्यारा लगे, शुभदर्शन, सुंदर, सुदर्शन
-
प्रियदर्शी
सब को प्रिय और प्रेमपूर्वक देखने या समझने वाला, सबसे स्नेह करने वाला, मनोहर
-
पुष्कल
चार ग्रास की भिक्षा
-
बेजोड़
जिसमें जोड़ न हो, जो एक ही टुकड़े का बना हो, अखंड
-
बेमिसाल
जिसकी बराबरी का और कोई न हो
-
बाँका
टेढ़ा, तिरछा
सब्सक्राइब कीजिए
आपको नियमित अपडेट भेजने के अलावा अन्य किसी भी उद्देश्य के लिए आपके ई-मेल का उपयोग नहीं किया जाएगा।
© 2024 Rekhta™ Foundation. All Right Reserved.
क्या आप वास्तव में इन प्रविष्टियों को हटा रहे हैं? इन्हें पुन: पूर्ववत् करना संभव नहीं होगा