भाग्य के पर्यायवाची शब्द
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अज्ञात
जिसके बारे में पता न हो, बिना जाना हुआ, नामालूम, अपरिचित
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अदृश्य
जो दिखाई न दे, परोक्ष, अलख, लुप्त, ग़ायब, अंतर्धान, अलोप, ओझल
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अदृष्ट
भाग्य , तकदीर , प्रारब्ध
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अदेखा
अदृश्य; छिपा हुआ; गुप्त
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अनदेखा
बिना देखा हुआ, जिसे कभी देखा न गया हो, उपेक्षित, जो देखा या जाँचा न गया हो
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अनागत
न आया हुआ। अनुपस्थित । अविद्यमान , अप्राप्त, आगे आने वाला, भावी, होनहार, भविष्य , अपरिचित , अज्ञात, बेजाना हुआ, अनादि , अजन्मा
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अवलंब
आश्रय, आधार, सहारा, भरोसा, शरण, पड़ाव, जीवन निर्वाह का आधार
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ईश्वर
कलेश, कर्म विपाक, अलस पुरुष, परमेश्वर, भगवान्, मालिक, स्वामी
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उपाय
वह कार्य या प्रयत्न जिससे अभीष्ट तक पहुँचा जाए, पास पहुँचना, निकट आना
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कर्मफल
पूर्वजन्म में किए हुए कार्मों का फल, दुःख-सुख आदि
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गति
एक स्थान से दूसरे स्थान पर क्रमश; जाने की क्रिया, निंरतर स्थानत्याग की परंपरा , चाल , गमन , जैसे—वह बड़ी मंद गति से जा रहा है
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गमन
प्रस्थान , खानगी
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ढंग
ढप ढप की आवाज दल दली भूमि, वह वस्तु जो नीचे से समान नहीं रखा गया हो और हिलता हो
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तक़दीर
भाग्य, किस्मत
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दायाद
जिसे दाय मिले, जो दाय का अधिकारी हो, जिसे संबंध के कारण किसी की जायदाद में हिस्सा मिले
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दिष्ट
'दृष्टी'
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दैव
देवता संबंधी, जैसे, दैव कार्य, दैवश्राद्ध
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नसीब
भाग्य , प्रारब्ध , क़िस्मत, तकदीर
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नियंत्रण
नियमन, रोक
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नियति
नियम, स्थिरता
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पक्वता
पक्व होने का भाव, पक्कापन
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पद्धति
राह, पथ, मार्ग, सड़क
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परिणाम
एक रूप या अवस्था को छोड़कर दूसरे रूप या अवस्था को प्राप्त होना, बदलने का भाव या कार्य, बदलना, रूपांतर प्राप्ति
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पहुँच
किसी स्थान तक गति, किसी स्थान तक अपने को ले जाने की क्रिया या शक्ति
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पूर्णता
पूर्ण होने का भाव
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प्रकार
भेद , किस्म ; रीति , ढंग ; समानता , तरह
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प्रणाली
पानी निकलने का मार्ग, नाली
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प्रारब्ध
भाग्य, अदिष्ट
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फल
आम का फल
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बलि
न्यौछावर
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भवितव्यता
होनी, भावी, होनहार, जिसका होना निश्चित हो
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भविष्य
(काल) वर्तमान काल के उपरांत आने वाला, वह जो प्रस्तुत काल के समाप्त हो जाने पर आने वाला हो
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भागधेय
भाग्य, तकदीर, किस्मत
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भावी
होनी, होनहार।
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भोग
भोगना, व्यवहार में लाना,भोजन, खाद्य, ईश्वर को नैवेद्य लगाना।
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मार्ग
रास्ता, पंथ
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राजकर
वह कर जो प्रजा से राजा लेता है, राजा को मिलने वाला महसुल, ख़िराज
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रीति
तरीक़ा
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विकास
किसी पदार्थ का उत्पन्न होकर अंत या आरंभ से भिन्न रूप धारण करते हुए उत्तरोत्तर बढ़ना, क्रमश: उन्नत होना, क्रमशः वृद्धि
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विधाता
ब्रह्मा, विधात्री।
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विधि
कोई कार्य करने की रीति , कार्यक्रम , प्रणाली , ढंग , नियम , कायदा , जैसे—पूजा की विधि, यज्ञ की विधि
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विपाक
परिपक्व होना, पचन, पकना
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विरंचि
सृष्टि रचनेवाला, ब्रह्मा, विधाता
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शरण
कठिन या दु:खी अवस्था में किसी के पास रक्षा के लिए जाना, आश्रय, रक्षा का स्थान
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संयोग
शृंगार रस का एक भेद जिसमें नायक नायिका के मिलन आदि का वर्णन होता है
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स्थिति
दशा, अवस्था, हालत
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होतव्य
जो हवन करने योग्य हो, हवनीय
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होतव्यता
अवश्य होने या होकर रहनेवाली बात या घटना
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होती
होना, क्रिया का भाव जो घर में होवे वह धन सम्पत्ति,
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होनहार
वह बात जो होने की हो, वह बात जो अवश्य हो, वह बात जिसका होना दैवी विधान में निश्चित हो, होनी, भवितव्यता
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