चक्र के पर्यायवाची शब्द
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अंगनाप्रिय
अशोक का वृक्ष
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अनीक
सेना, फ़ौज
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अनीकिनी
अक्षौहिणी सेना का दसवाँ भाग
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अनेक
एक से अधिक , बहुत , ज्यादा , असंख्य , अनगिनत
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अशोक
शोकरहित, दु:खशून्य
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आकर
वह स्थान जहाँ से धातुओं के अयस्क आदि खोदकर निकाले जाते हैं, खान, उत्पत्तिस्थान
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ओघ
समूह , ढेर
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कंकेलि
अशोक का पेड़
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कर्णपूर
सिरिस का पेड़
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कांत
स्त्री की दृष्टि से उसका विवाहित पुरुष, पति, शौहर
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कामी
काम का, काम आने वाला, उपयोगी; कामुक,विषयी; किसी विषय या वस्तु की कामना करने वाला
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केलिक
पच्चीस से तीस फुट ऊँचा एक सदाहरित पेड़ जिसकी पत्तियाँ आम की पत्तियों की तरह लंबी होती हैं
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कोक
चकवा , चक्रवाक
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गण
समुदाय , 2. जत्था, झुंड ; कोटि , वर्ग ; दूत ; सेवक , नौकर ; छंदशास्त्र में तीन अक्षरों का समूह
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गुच्छ
फूलों, चाबियों और धागों का एक साथ जुड़ा समूह, गुच्छा
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गोष्ठी
वहुत से लोगों का समूह, सभा, मंडली
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ग्राम
बस्ती, गाँव
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चकवा
पक्षी-विशेष
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चक्कर
गोलाकार घूमना, मुजफ्फरपुर स्थित एक प्रसिद्ध मैदान
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चक्का
पहिया, चक्र, चाका
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चक्रवाक
एक जलपक्षी जिसके विषय में प्रसिद्ध है कि वह रात को अपने जोड़े से दूर हो जाता है, चकवा पक्षी
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चक्रांग
चकवा
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चमू
सेना , फौज
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चाक
पहिए की तरह का वह गोल (मंडलाकार) पत्थर जो एक कील पर घूमता है और जिसपर मिट्टी का लोंदा रखकर कुह्मार बरतन बनाते हैं , कुलालचक्र
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चित्र
विविध रंगो के मेल से बनी हुई नाना प्रकार के वस्तुओं की आकृति, किसी वस्तु का स्वरूप या आकार जो काग़ज़, कपड़े, पत्थर लकड़ी , शीशे आदि पर तूलिका अथवा क़लम और रंग आदि के द्वारा बनाया गया हो, तस्वीर
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टोली
समूह, मण्डली, झुण्ड।
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ढेर
नीचे ऊपर रखी हुई बहुत सी वस्तुओं का समूह जो कुछ ऊपर उठा हुआ हो, राशि, अटाला, अंबार, गंज, टाल, क्रि॰ प्र॰—करना, —लगाना
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ताम्रपल्लव
अशोक वृक्ष
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थोक
पूरी वस्तु साथ बेचने की क्रिया या भाव; खुदरा का विलोम
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दल
पत्ता, तुलसीदल, निमंत्रण (कथा का)
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द्वंद्वचारी
चकवा
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ध्वजिनी
पाँच प्रकार की सीमाओं में से एक वह सीमा या हद जिस पर निशान के लिए पेड़ आदि लगे हों
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नट
दे. 'नटका'
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निकर
पुञ्ज, समूह, राशि
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निकाय
सङघान, संस्था
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निचय
संचय ; समूह
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निवह
समूह , समुदाय
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पताकिनी
सेना, ध्वजिनी
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परिकर
दे० 'पलंग' ; परिवारी जन; समूह ; तैयारी; कमरबंद ; अर्थालंकार विशेष
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पहिया
पहिया
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पिंडीपुष्प
अशोक वृक्ष
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पुंज
समूहित
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पूँज
(पुंज) ढेर, टाल, कटी फसल का ढेर, गांज
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प्रकर
अगरु, अगर नामक गंध द्रव्य
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फ़ौज
सेना, पलटन |
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बल
मरोड़, बँट, सामर्थ्य, ताकत, जोर।
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बवंडर
चक्के की तरह घूमती हुई हवा, धूल भरी आंधी; तूफान; झंझट, झमेला
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भूरिप्रेमा
चक्रवाक
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मंडल
घेरा, वृत्त, परिधि।
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मंडली
समूह, समाज, किसी विशेष कार्य, प्रदर्शन व्यवसाय आदि के लिये बनाया हुआ कुछ लोगों का संगठित दल।
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