चेष्टा के पर्यायवाची शब्द
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अचेतावस्था
रोग, भय, शोक आदि से उत्पन्न वह अवस्था जिसमें प्राणी निश्चेष्ट या संज्ञाहीन हो जाता है
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इच्छा
एक मनोवृत्ति जो किसी ऐसी वस्तु की प्राप्ति की ओर ध्यान ले जाती है जिससे किसी प्रकार के सुख की संभावना होती है , कामना , लालसा , अभिलाषा , चाह , ख्वाहिश
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ईहा
चेष्टा
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उद्यम
वह कार्य जो कोई उद्देश्य सिद्ध करने के लिए किया जाए, प्रयास, प्रयत्न
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उद्योग
कारख़ाना (इंडस्ट्री)
- उपक्रम
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उपाय
वह कार्य या प्रयत्न जिससे अभीष्ट तक पहुँचा जाए, पास पहुँचना, निकट आना
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कृत्य
वह जो कुछ किया जाए, काम, कार्य, व्यवसाय
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कर्म
वह जो किया जाय, क्रिया, कार्य , काम , करनी , करतूत
- क्रिया
- कष्ट
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कामना
इच्छा, हार्दिक इच्छा, मनोरथ
- कायिक व्यापार
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कार्य
परिश्रमी, सेहवती, कर्मशील
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कार्यान्विति
कतव्य, निश्चय, प्रतिज्ञा, वचन आदि का काय रूप में किया जानेवाला पालन, अभिपूर्ति (इम्प्लिमेन्टेशन)
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कोशिश
प्रयत्न, चेष्टा, उद्योग, श्रम
- गति
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चेतनाशून्यता
चेतनाहीन होने की अवस्था या भाव
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चुलबुलापन
चंचलता, चपलता, शोखी
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थकावट
थकने का भाव, शिथिलता, क्रि॰ प्र॰—आना
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दृढ़
जो शिथिल या ढीला न हो, जो खूब कल— कर बँधा या मिला हो, प्रगाढ़, जैसे,—दृढ़ बंधन या गाँठ, दृढ़ आलिंगन
- नख़रा
- नष्ट
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प्रयत्न
वह क्रिया जो किसी कार्य को विशेषतः कुछ कठिन कार्य को पूरा करने के लिए की जाए, वह शारीरिक या मानसिक चेष्टा जो किसी उद्देश्य को पूरा करने के लिए की जाती है, विशेष यत्न, प्रयास,अध्यवसाय, चेष्टा, कोशिश
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प्रयास
प्रयत्न, उद्योग, कोशिश
- प्रलय
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परिश्रम
उद्यम, आयास, श्रम, क्लेश, मेहनत, मशक्कत
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पसीना
शरीर में मिला हुआ जल जो अधिक परिश्रम करने अथवा गरमी लगने पर सारे शरीर से निकलने लगता है । प्रस्वेद । स्वेद । श्रमवारि । विशेष—पसीना केवल स्तनपायी जीवों को होता है । ऐसे जीवों के सारे शरीर में त्वचा के नीचे छोटी छोटी ग्रंथियाँ होती हैं जिनमें से रोमकूपों में से होकर जलकणों के रूप में पसीना निकलता है । रासायनिक विश्लेषण से सिद्ध होता है कि पसीने में प्रायः वे ही पदार्थ होते हैं जो मूत्र में होते हैं । परंतु वे पदार्थ बहुत ही थोड़ी मात्रा में होते हैं , पसीने में मुख्यतः कई प्रकार के क्षार, कुछ चर्बी और कुछ प्रोटीन (शरीरधातु) होती है , ग्रीष्मऋतु में व्यायाम मा अधिक परिश्रम करने पर, शरीर में अधिक गरमी के पहुँचने पर या लज्जा, भय, क्रोध, आदि गरहे आवेगों के समय अथवा अधिक पानी पीने पर बहुत पसीना होता है , इसके अतिरिक्त जब मूत्र कम आता है तब भी पसीना अधिक होता है , औषधों के द्वारा अधिक पसीना लाकर कई रोगों की चिकित्सा भी की जाती है , शरीर स्वस्थ रहने की दशा में जो पसीना आता है, उसका न तो कोई रंग होता है और न उसमें कोई दुर्गंध होती है , परंतु शरीर में किसी भी प्रकार का रोग हो जाने पर उसमें से दुर्गंध निकलने लगती हैं , क्रि॰ प्र॰—आना , —छूटना , —निकलना , —होना
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बेहोशी
बेहोश होने का भाव, मूर्छा, अचेतनता
- मूर्च्छा
- मशक़्क़त
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मेहनत
श्रम, परिश्रम, विशेषतः शारीरिक परिश्रम, मानसिक परिश्रम
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यत्न
नैयायिकों के अनुसार रूप आदि ४ गुणों के अंतर्गत एक गुण जो तीन प्रकार का होता है— प्रवृत्ति, निवृत्ति और, जीवनयोनि
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लक्ष्य
वह वस्तु जिसपर किसी प्रकार का निशाना लगाया जाय, निशाना
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व्यवहार
क्रिया, कार्य, काम
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व्यस्तता
किसी कार्य आदि में व्यस्त होने या रहने की अवस्था या भाव
- शुद्धि संस्कार
- श्रम
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संकेत
अपना मनोभाव प्रकट करने के लिए किया हुआ शारीरिक परिचालन या चेष्टा, इशारा, इंगित, जैसे—आँख या हाथ से किया जाने वाला संकेत
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संकल्प
कोई कार्य करने की वह इच्छा जो मन में उत्पन्न हो, विचार, इरादा
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स्वेद
पसीना, प्रस्वेद
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हावभाव
स्त्रियों की वह चेष्टा जिससे पुरुषों का चित्त आकर्षित होता है, नाज नखरा, क्रि॰ प्र॰—करना, —दिखाना
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