चेतना के पर्यायवाची शब्द
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अक़्ल
सोचने समझने और निश्चय करने की वृत्ति या मानसिक शक्ति, बुद्धि , समझ , सूझबूझ , ज्ञान , प्रज्ञा
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अनुबंध
आपस में या एक-दूसरे को साथ बाँधने वाला तत्व या संबंध, बंधन, लगाव
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अनुभव
प्रयोगों से प्राप्त किया हुआ ज्ञान, महसूस करना
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अनुभूति
अनुभव, परिज्ञान , किसी भाव से भावित होना
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अपनापन
अपनायत, अत्मीयता, घनिष्ठता
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अभिधा
शब्द की तीन शक्तियों में से एक, शब्द के वाच्यार्थ को व्यक्त करने की शक्ति, शब्दों के उस अभिप्राय को प्रकट करने की शक्ति जिससे यौगिक या व्युत्पत्तिलभ्य अर्थ सीधे निकलता हो, मुख्यार्थ
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अभिधान
नाम , उपाधि
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असलियत
वास्तविकता
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अस्तित्व
सतीत्व का अभाव , कुलटापन , स्वैच्छाचार
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अहंकार
अभिमान , गर्व , घमंड दम्य
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आख्या
नाम
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आत्मजा
पुत्री
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आत्मतत्व
आत्मा या परमात्मा का तत्व, आत्मा का यथार्थ स्वरूप
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आपा
घमंड, दर्द, अपना अस्तित्व
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उपलब्धि
प्राप्ति, उपलब्धता
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ऊर्जा
शक्ति, बल
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क़रार
कोई काम करने के लिए दो या कई पक्षों में होने वाला विशेषकर लिखित एवं कानून द्वारा प्रवर्तनीय ठहराव या निश्चय, अनुबंध
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कूटस्थ
सर्वोच्च पद पर स्थित ; अटल अचल ; अविनाशी
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चट्टा
कुआँ, नहर आदि का पानी या सोता कम या समाप्त होने की दशा; (चट्टा) विद्यार्थी, चेला-चपाटी, चटिआ
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चर
अस्थिर, आप से आप चलने वाला
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चराचर
स्थावर आ जङ्गम सकल संसार
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चरिष्णु
चलनेवाला, जंगम
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चल
चलता हुआ, चलायमान, चंचल, अस्थिर, गतिशील, गतिमान, जंगम
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चलायमान
चलैत, गतिशील
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चिति
जमा करना
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चित्
चैतन्य , चेतना , ज्ञान
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चेत
सतर्क चेतना, ज्ञान, चितवृत्ति, सावधान, ठगा जाना
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चैतन्य
चित् स्वरूप, आत्मा ज्ञान
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जंगम
चल, संचरणशील
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जान
परस्पर का परिचय; परिचित होने का भाव
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जीवन
वृत्ति जीविका, प्राणप्या परमप्रिय, प्राणा धारण, जिन्दगी
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जीवनी
जीवन चरित
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ज्ञप्ति
जानकारी
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ज्ञान
वस्तुओं और विषयों की वह भावना जो मन या आत्मा को हो, बोध, जानकारी, प्रतीति, क्रि॰ प्र॰—होना
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ढेर
नीचे ऊपर रखी हुई बहुत सी वस्तुओं का समूह जो कुछ ऊपर उठा हुआ हो, राशि, अटाला, अंबार, गंज, टाल, क्रि॰ प्र॰—करना, —लगाना
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तीव्र अनुभूति
तीव्रता के साथ होने वाली अनुभूति
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धारणा
कोई विश्वास या विचार; निश्चित मति या मानसिकता
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धिषणा
बुद्धि, अक्ल
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धी
लड़की, बेटी
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नाम
विस्मय, स्मरण, विकल्प,आदि अर्थ में प्रयुक्त होता है
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पंडा
यात्रियों का पंजीकरण ककर मन्दिर ले जाने वाले ब्राह्माण
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पुरुष
मनुष्य ; दे० 'पुरसा'; जीव ; विश्वात्मा ; पूर्वज ; पति
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प्रकृति
किसी पदार्थ या प्राणी का वह विशिष्ट भौतिक सारभूत तथा सहज व स्वाभाविक गुण जो उसके स्वरूप के मूल में होता है और जिसमें कभी कोई परिवर्तन नहीं होता, मूल या प्रधान गुण जो सदा बना रहे, तासीर
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प्रज्ञा
बुद्धि, ज्ञान, ज्ञप्ति, मति
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प्रतिज्ञा
किसी कार्य को करने न करने का संकल्प; प्रतिज्ञा-पत्र, किसी वस्तु इकरारनामा, शर्तनामा
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प्रतिपत्
'प्रतिपद'
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प्रतिपत्ति
प्राप्ति, पाना
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प्रतिबोध
जागरण, जागना, होश में आना
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प्रतिभा
विलक्षण बौद्धिक शक्ति, बुद्धि, समझ
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प्रतीति
जानकारी; विश्वास , दृढ़ निश्चय
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