छाया के पर्यायवाची शब्द
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अवास्तविक
जो वास्तविक न हो
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अहसास
ऐसा मानसिक व्यापार जिसकी बाहरी प्रतिक्रिया तो नहीं होती फिर भी जिससे सुख-दुख का अनुभव होता है
- आभास
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इंद्रजाल
वह अद्भुत खेल या कृत्य जिसका रहस्य दर्शकों को समझ में न आये, मायाकर्म , जादूगरी , तिलस्म
- कपट
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काली रात
ऐसी रात जिसमें चारों तरफ़ अँधेरा छाया रहता है या चंद्रमा की रोशनी नहीं होती
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कोयल
एक काले रंग का पक्षी जिसकी आवाज सुरीली होती है , कोकिला , कोइली
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गौ
गाय
- चित्र
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छल
वास्तविक रूप को छिपाने का कार्य जिससे कोई वस्तु या कोई बात और की और देख पड़े , वह व्यवहार जो दूसरी को धोखा देने या बहलाने के लिये किया जाता है
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छाँव
वह स्थान जहाँ धूप, प्रकाश आने में रूकावट हो
- छाँह
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ज्ञान
वस्तुओं और विषयों की वह भावना जो मन या आत्मा को हो, बोध, जानकारी, प्रतीति, क्रि॰ प्र॰—होना
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जादू
वह अदभुत और आश्चर्यजनक कृत्य जिसे लोग अलौकिक और आमानवी समझते हों , इंद्रजाल , तिलस्म
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झलक
चमक, दमक, प्रकाश, प्रभा, द्युति, आभा
- झाँई
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झाँकी
दर्शन, अवलोकन, झाँकने या देखने की क्रिया या भाव, क्रि॰ प्र॰—करना, —देना, —मिलना, —लेना, —होना
- तुलसी
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धन-दौलत
जायदाद, संपत्ति, धन, रुपया पैसा, पूँजी, कमाई
- धोखा
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निशा
रात्रि, रजनी, रात
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परछाई
प्रकाश के मार्ग में पड़नेवाले किसी पिंड का आकार जो प्रकाश से भिन्न दिशा की ओर छाया या अंधकार के रूप में पड़ता है, किसी वस्तु की आकृति के अनुरूप छाया जो प्रकाश के अवरोध के कारण पड़ती है, छायाकृति, प्रतिच्छाया
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प्रतिबिंब
जल, दर्पण आदि में दिखाई पड़ने वाली किसी वस्तु की छाया, परछाई, छाया, प्रतिच्छाया
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प्रतिमूर्ति
किसी की आकृति को देखकर बनाई हुई मूर्ति या चित्र आदि, प्रतिमा
- प्रतिमा
- प्रतिरूप
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प्रतीति
ज्ञान, जानकारी
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पूर्वज्ञान
पूर्वजन्म का ज्ञान, पूर्वजन्म में अर्जित ज्ञान जो इस जन्म में भी विद्यमान हो
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पूर्वाभास
वह साधारण ज्ञान जो पहले ही प्राप्त हो जाय, पूर्वज्ञान
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बिंब
जल, दर्पण आदि में दिखाई पड़ने वाली किसी वस्तु की छाया, प्रतिबिंब, छाया, अक्स
- भ्रम
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भान
प्रकाश, रोशनी
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माया
लक्ष्मी
- मिथ्या
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मिथ्या ज्ञान
किसी को कुछ और ही या दूसरा समझने की क्रिया या भाव
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युक्ति
उपाय, ढंग, तरकीब
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यमुना
दुर्गा
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रात्रि
उतना समय जितने समय तक सूर्य का प्रकाश न दिखाई पड़े, संध्या से लेकर प्रातःकाल तक का समय, सूर्यास्त से सूर्योदय तक का समय, रजनी, रात, निशा
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वरी
शतावरी, सतावर
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श्यामा
राधा या राधिका का एक नाम, जो श्याम या श्रीकृष्ण के साथ उनका प्रेम होने के कारण पड़ा था
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शाबरी
शबरों की भाषा, एक प्रकार की प्राकृत भाषा
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संकेत
अपना मनोभाव प्रकट करने के लिए किया हुआ शारीरिक परिचालन या चेष्टा, इशारा, इंगित, जैसे—आँख या हाथ से किया जाने वाला संकेत
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सूर्यपत्नी
संज्ञा
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साया
छाया , छाँह
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हरिद्रा
हलदी
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