धर्म के पर्यायवाची शब्द
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अक्षर
अच्युत, स्थिर
- अर्थ
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आचरणीय
अनुष्ठान करने योग्य
- आचार
- आत्मा
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इच्छा
एक मनोवृत्ति जो किसी ऐसी वस्तु की प्राप्ति की ओर ध्यान ले जाती है जिससे किसी प्रकार के सुख की संभावना होती है , कामना , लालसा , अभिलाषा , चाह , ख्वाहिश
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ईमान
धर्म और ईश्वर के प्रति होने वाली आस्था, विश्वास, आस्तिक्व बुद्धि
- उपक्रम
- उपनिषद्
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ऐश्वर्य
धन-संपत्ति, वैभव, विभूति
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कूटस्थ
सर्वापरि स्थिति, आला दर्जे का
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करणीय
करने योग्य, करने के लायक, कर्तव्य
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कर्तव्य
करने के योग, करणीय
- कर्म
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कल्याण
मंगल , शुभ , भलाई
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केलि
खेल , क्रीड़ा
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कांति
पति, शौहर
- काम
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कामी
कामना रखनेवाला, इच्छुक
- कीर्ति
- खरापन
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गगन
आसमान, आकाश, नभ, व्योम, अंतरिक्ष, आकाशस्थ ईश्वर या देव, खुले स्थान में ऊपर की ओर दिखाई देने वाला खाली स्थान, आकाश
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गुण
किसी वस्तु में पाई जाने वाली वह बात जिसके द्वारा वह दूसरी वस्तु से पहचानी जाए, वह भाव जो किसी वस्तु के साथ लगा हुआ हो, धर्म, सिफ़त
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गुणवाचक
जो गुण को प्रकट करे, जो किसी बात या चीज़ की विशेषता या गुण दर्शाए
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चतुर्वर्ग
अर्थ, धर्म, काम और मोक्ष
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चंद्र
चंद्रमा, चाँद
- चरित्र
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ज्ञान
वस्तुओं और विषयों की वह भावना जो मन या आत्मा को हो, बोध, जानकारी, प्रतीति, क्रि॰ प्र॰—होना
- डोरी
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तप
शरीर को कष्ट देने वाले वे व्रत और नियम आदि जो चित्त को शुद्ध और विषयों से नीवृत्त करने के लिये किए जायँ, तपस्या, क्रि॰ प्र॰—करना, —साधना
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दीन
जिसकी दशा हीन हो, दरिद्र, निर्धन, ग़रीब
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धागा
रुई, रेशम आदि का वह लंबा रूप जो बटने से तैयार होता है, बटा हुआ सूत , डोरा , तागा
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नैतिकता
नैतिक होने की अवस्था या भाव
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न्याय
नियम के अनुकूल बात, उचित बात, हक़ बात, नीति, इंसाफ़
- नित्य
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पुण्य
पवित्र
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पद्धति
राह, पथ, मार्ग, सड़क
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प्रकृति
किसी पदार्थ या प्राणी का वह विशिष्ट भौतिक सारभूत तथा सहज व स्वाभाविक गुण जो उसके स्वरूप के मूल में होता है और जिसमें कभी कोई परिवर्तन नहीं होता, मूल या प्रधान गुण जो सदा बना रहे, तासीर
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प्रचलन
चलन
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प्रणाली
पानी निकलने का मार्ग, नाली
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प्रथा
रीति, रिवाज, प्रणाली, नियम
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प्रभेदक
फाड़नेवाला, टुकड़े टुकड़े करनेवाला
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प्रेम
वह मनोवृत्ति जिसके अनुसार किसी वस्तु या व्यक्ति आदि के संबंध में यह इच्छा होती है कि वह सदा हमारे पास या हमारे साथ रहे, उसकी वृद्धि, उन्नति या हित ही अथवा हम उसका भोग करें, वह भाव जिसके अनुसार किसी दृष्टि से अच्छी जान पड़नेवाली किसी चीज या व्यक्ति को देखने, पाने, भोगने, अपने पास रखने अथवा रक्षित करने की इच्छा हो, स्नेह, मुहब्बत, अनुराग, प्रीति
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परिपाटी
क्रम, श्रेणी, सिलसिला
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प्रियतर
अत्यंत प्रिय
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पवित्र
मेंह, बारिश, वर्षा
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पवित्रता
पवित्र या शुद्ध होने का भाव, शुद्धि, स्वच्छता, पावनता, सकाई, पाकीजगी
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पावन
धार्मिक दृष्टि से वह चीज़ जो पवित्र समझी जाती हो और दूसरों को भी पवित्र करती हो, पवित्र करने वाला, शुद्ध करने वाला
- ब्रह्म
- भक्ति
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