धूप के पर्यायवाची शब्द
-
अक्षत
जो क्षत या खंडित न हुआ हो, अखंडित, जिसका भंजन न हुआ हो या जो टूटा-फूटा न हो, अभंजित, समूचा, साबुत, सर्वांग, संपूर्ण
-
अगरु
अगर लकड़ी, ऊद
-
अगरबत्ती
सुगंध के निमित्त जलाने की पतली सीँक या बत्ती , विशेष—इसमें अगर तथा कुछ और सुगंधित वस्तु पीसकर लपेटते हैं , इसका व्यापार मद्रास और बंबई में बहुत होता है
-
अर्घ्य
पूजनीय
-
आचमन
जल पीना
-
आचमनीयक
आचमन के योग्य
- आतप
-
आसन
योगासनादि में बैठने की मुद्रा, कामशास्त्र में वर्णित काम की चौरासी मुद्राएँ, बैठने की विधि, स्थिति, बैठक
-
ऊष्मा
ग्रीष्म काल
-
कल्याणप्रद
कल्याण करनेवाला
- गंध
-
गंधद्रव्य
सुगंधित पदार्थ, सुगंध देने वाला पदार्थ
-
गर्मी
उष्ण या गर्म होने की अवस्था या भाव
-
घृत
दूध का वह चिकना सार अथवा खाद्य पदार्थ जो मक्खन को गर्म कर बनाया जाता है, तपाया हुआ मक्खन, घी
-
घर्म
घाम, धूप, सूर्य का ताप
-
घाम
धूप, सूर्य का ताप
- चंदन
- चमक
-
झला
हलकी वर्षा
- तपन
- ताप
-
तांबूल
पान, नागवल्ली दल
-
दुर्गा
(पुराण) एक प्रसिद्ध देवी जिसका दुर्गा नाम दुर्ग राक्षस का वध करने के कारण पड़ा था, आदि शक्ति
- दीप
-
धाम
महाभारत के अनुसार एक प्रकार के देवता
-
नैवेद्य
देवता के निवेदन के लिए भोज्य द्रव्य, वह भोजन सामग्री जो देवता को चढ़ाई जाय, देवता को समर्पित भोज्य पदार्थ, भोग, प्रसाद, देव-बलि
-
निदाघ
गरमी, ताप
-
पुजापा
देवपूजन की सामग्री, पूजा का सामान
- पत्र
-
पुत्री
कन्या, लड़की, बेटी
- प्रकाश
-
प्रद्योत
किरण, रश्मि, दीप्ति, आभा
-
परिक्रमा
चारो ओर घूमना , फेरी , चक्कर , प्रदक्षिणा , क्रि॰ प्र॰—करना , —होना , विशेष—किसी तीर्थस्थान या मंदिर के चारों ओर जो घूमते हैं उसे परिक्रमा कहते हैं
-
पवित्र
मेंह, बारिश, वर्षा
-
पुष्प
पौधों में वह अंग जो गोल या लंबी पंखुड़ियों का बना होता है और जिसमें फल उत्पन्न करने की शक्ति होती है, पौधों का वह अवयव जो ऋतु-काल में उत्पन्न होता है, फूल, कुसुम
-
पाद्य
पद संबंधी, पैर संबंधी
-
पावन
धार्मिक दृष्टि से वह चीज़ जो पवित्र समझी जाती हो और दूसरों को भी पवित्र करती हो, पवित्र करने वाला, शुद्ध करने वाला
- फल
- फूल
-
मंगल्य
मंगलकारक, मंगल या कल्याण करनेवाला
- मधुपर्क
-
मांगलिक
मंगल प्रकट करने वाला, मंगलकारी, शुभ
- यज्ञोपवीत
-
रोचि
प्रभा, दीप्ति
- रोली
-
लड़की
छोटी अवस्था की स्त्री, बालिका
-
वंदन
भक्ति के नौ भेदों में से एक जिसमें उपासक अपने उपास्य देव का गुणगान करता है, नम्रतापूर्वक की जाने वाली वंदना, स्तुति, प्रार्थना, पूजन
-
वंदना
प्रार्थना, स्तुति
-
शुभ
वह जो शुभ या अच्छा हो, अच्छा-भला, उत्तम, सुखप्रद, हितकारी, फलदायक आदि का सूचक जैसे—शुभ शकुन, शुभ समाचार, शुभ कार्य
-
षोडश पूजन
षोडशोपचार
सब्सक्राइब कीजिए
आपको नियमित अपडेट भेजने के अलावा अन्य किसी भी उद्देश्य के लिए आपके ई-मेल का उपयोग नहीं किया जाएगा।
© 2024 Rekhta™ Foundation. All Right Reserved.
क्या आप वास्तव में इन प्रविष्टियों को हटा रहे हैं? इन्हें पुन: पूर्ववत् करना संभव नहीं होगा