द्वेष के पर्यायवाची शब्द
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अंतर
समान न होने की अवस्था या भाव, फ़र्क़, भेद, विभिन्नता, अलगाव, फेर
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अदावत
दुश्मन या शत्रु होने की अवस्था या भाव, वैर भाव, शत्रुता, दुश्मनी, लाग, बैर, विरोध
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अरुचि
रुचि का अभाव, इच्छा का अभाव या इच्छा न होने का भाव, अनिच्छा
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असूया
पराए गुण में दोष लगाना
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ईर्ष्या
'ईर्षा'
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उलझाव
अटकाव, फँसाव,
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कुढ़न
वह क्रोध जो मन ही मन रहे, वह क्रोध जो भीतर ही रहे, प्रकट न किया जाय, चिढ़
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क्रोध
चित्त का वह तीव्र उद्वेग जो किसी अनुचित और हानिकारक कार्य को होते हुए देखकर उत्पन्न होता है और जिसमें उस हानिकारक कार्य करनेवाले से बदला लेने की इच्छा होती है , कोप , रोष , गुस्सा
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खुनस
क्रोध, गुस्सा, रिस
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खार
देखिए : 'क्षार'
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खिन्नता
उदास होने की अवस्था या भाव
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ग्रंथि
गाँठ
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गुस्सा
क्रोध, कोप, रिस, क्रि॰ प्र॰—आना, —करना, — होना, —में आना
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गाँठ
रस्सी, डोरी, तागे आदि में पड़ी हुई गुत्थी की उलझन जो खींचकर कड़ी और दृढ़ हो जाती है, वह कड़ा उभार जो तागे, रस्सी, डोरी आदि में उनके छोरों को कई फेरे लपेटकर या नीचे ऊपर निकालकर खींचने से बन जाता है, गिरह, ग्रंथि
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गिरह
गाँठ, ग्रंथि, क्रि॰ प्र॰—देना, —बाँधना, —मारना, —लगाना
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घृणा
घिन, नफरत
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छेदन
काटने या आरपार चुभाने की क्रिया या भाव, काटकर अलग करने का काम, चीरफाड, क्रि॰ प्र॰—करना, —होना
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छेदना
किसी वस्तु को सुई, काँटे, भाले, बरछी आदि से इस प्रकार दबाना कि उसमें आर-पार छेद हो जाए, किसी तल में नुकीली वस्तु धँसाकर उसमें सुराख़ करना, छेद करना, बेधना, भेदना
- जुगुप्सा
- जलन
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झगड़ा
दो मनुष्यों का परस्पर आवेशपूर्ण विवाद, लड़ाई, टंटा, बखेड़ा, कलह, हुज्जत, तकरार, क्रि॰ प्र॰—करना, —उठाना, —समेटना, —डालना, — फैलाना, —तोड़ना, —खड़ा करना, —मचाना, —लगाना
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डाह
जलन, ईर्ष्या, द्वेष, द्रोह
- ताप
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दुख
'दुःख'
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दुश्मनी
वैर, शत्रुता, विरोध
- दाह
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प्रतिद्वंद्विता
बराबरवाले को लड़ाई, समान बल या बुदिधवाले व्यक्ति का विरोध, अपने से समान व्यक्ति का विरोध
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प्रतियोगिता
प्रतिद्वंद्विता, चढ़ा ऊपरी, मुकाबला
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पीड़ा
किसी प्रकार का दुःख पहुँचाने का भाव, शारीरिक या मानसिक क्लेश का अनुभव, वेदना, व्यथा, तकलीफ, दर्द
- फंदा
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बंधन
बँधने या बाँधने की अवस्था या भाव, बाँधने की क्रिया, बाँधना
- भेद
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मत्सर
किसी का सुख या वैभव न देख सकना, ईर्ष्याजन्य मानसिक स्थिति, डाह, हसद, जलन, द्वेष, विद्वेष
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मनमुटाव
मन में भेद पड़ना, मन मोटा होना, वैमनस्य होना, क्रि॰ प्र॰—पड़ना, —होना
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रंजिश
रंज होने का भाव
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रश्क
दूसरे का लाभ या हित देखकर होने वाला मानसिक कष्ट
- रहस्य
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रीस
देखिए : 'रीति'
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रोष
चित्त का वह उग्र भाव जो कष्ट या हानि पहुँचाने वाले अथवा अनुचित काम करने वाले के प्रति होता है
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लाग
संपर्क , संबंध , लगाव , ताल्लुक , जैसे,—(क) इन दोनों में कहीं से कोई लाग तो नहीं मालूम होती , (ख) यह डंडा अधर में बेलाग खड़ा है
- लोभ
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वैमनस्य
विमन या अन्यमनस्क होने का भाव
- वैर
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विद्वेष
शत्रुता, दुश्मनी, वैर, द्वेष
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विदारण
बीच में से अलग करके दो या अधिक टुकड़े करना, फाड़ना
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विरोध
मेल न होना, किसी दूसरी वस्तु के साथ अत्यंत भिन्नता, विपरीत भाव, अनैक्य
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शत्रुता
शत्रु का भाव या धर्म, दुश्मनी, वैर भाव, क्रि॰ प्र॰—करना, —दिखलाना, —रखना, —होना
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संकट
एकत्र किया हुआ
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संताप
अग्नि या धूप आदि का ताप , जलन , आँच
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स्पर्धा
वह आयोजित मौका, काम आदि जिसमें शामिल होनेवाले प्रतिस्पर्धियों में से एक को विजेता चुना जाता है
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