हस्ती के पर्यायवाची शब्द
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अगज
पर्वत से उत्पन्न होने वाला
- अधिकार
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अनेकप
द्वीप, हाथी
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अस्तित्व
सत्ता का भाव, विद्यमानता, मौजूदगी
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अस्मिता
योगशास्त्र के अनुसार पाँच प्रकार के क्लेशों में से एक, द्रक, द्रष्टा और दर्शन शक्ति को एक मानना या पुरुष (आत्मा) और बुद्धि में अभेद मानना
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आत्मतत्व
आत्मा या परमात्मा का तत्व, आत्मा का यथार्थ स्वरूप
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इभ
हाथी
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ऊर्जा
शक्ति, बल
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कूँज
क्रौंच पक्षी
- कुंज
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कुंजर
हाथी
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कुडंग
कुंज, पेड़ों का झुरमुट
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कपि
बंदर
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कंबु
चितकबरा, अनेक वर्णों का
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कंबुक
एक प्रकार के बड़े घोंघे का कोष जो बहुत पवित्र माना जाता है और देवताओं के आगे या धार्मिक अनुष्ठानों आदि में बजाया जाता है, कंबु, शंख
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कुंभी
हाथी
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करटी
हाथी
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करेणु
हाथी
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करि
से
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करी
एक शाकाहारी स्तनपायी चौपाया जो अपने स्थूल और विशाल आकार तथा सूँड़ के कारण सब जानवरों से विलक्षण होता है, सूँड़ वाला अर्थात् हाथी
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करींद्र
इंद्र का हाथी जो पूर्व दिशा का दिग्गज है, ऐरावत हाथी
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कवच
लोहे की कड़ियों के जाल का बना हुआ पहनावा जिसे योद्धा लड़ाई के समय पहनते थे, ज़िरह-बक्तर, वर्म, सँजोया
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कालिंग
कालिंग देश का, कालिंग देश में उत्पन्न
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गज
हाथी
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गजेंद्र
इंद्र का हाथी जो पूर्व दिशा का दिग्गज है, हाथियों का राजा, ऐरावत
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गय
घर, मकान
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गयंद
बड़ा हाथी
- चैतन्य
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चेतना
बोध करने की वृत्ति या शक्ति जिसके द्वारा जीवों को अपनी आवश्यकताओं और स्थितियों के अनुसार अनेक प्रकार की अनुभूतियाँ होती हैं, बुद्धि
- जीवन
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जीवनी
काकोली
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झाड़ी
छोटा झाड़ा, पौधा
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दंती
अंडी की जाति का एक पेड़
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दुरद
'द्विरद'
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द्विरद
एक शाकाहारी स्तनपायी चौपाया जो अपने स्थूल और विशाल आकार तथा सूँड के कारण सब जानवरों से विलक्षण होता है, हाथी
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द्वीप
वह भू-भाग जो चारों ओर से जल से घिरा रहता है; टापू, स्थल का वह भाग जो चारों ओर जल से घिरा हो
- नाग
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प्रकृति
किसी पदार्थ या प्राणी का वह विशिष्ट भौतिक सारभूत तथा सहज व स्वाभाविक गुण जो उसके स्वरूप के मूल में होता है और जिसमें कभी कोई परिवर्तन नहीं होता, मूल या प्रधान गुण जो सदा बना रहे, तासीर
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पर्णशाला
पत्तों की बनी हुई कुटी, पर्णकुटी
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प्रभुता
प्रभु होने की अवस्था या भाव, प्रभुत्व, स्वामित्व
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प्राण
वह वायु या हवा जो साँस के साथ अंदर जाती और बाहर निकलती है, वायु, हवा
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पुष्करी
पुष्करयुक्त, कलमयुक्त
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पील
हाथी, गज, हस्ति
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फ़ील
एक शाकाहारी स्तनपायी चौपाया जो अपने स्थूल और विशाल आकार तथा सूँड़ के कारण सब जानवरों से विलक्षण होता है, हाथी, गज, हस्ती
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बल
ऐंठन , मरोड़ , वह चक्कर या घुमाव जो किसी लचीली या नरम वस्तु को बढ़ाने या घुमाने से बीच बीच में पड़ जाय , पेच , क्रि॰ प्र॰—पड़ना , —होना
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भुंडी
एक छोटी मछली जिसके मूँछें नहीं होती
- मतंग
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मतंगज
हाथी
- मन
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मराल
एक प्रकार की वत्तख जो हलकी ललाई लिए सफेद रंग की हीती है
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