हेतु के पर्यायवाची शब्द
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अनुराग
प्रीति, प्रेम, असक्ति, प्यार, मुहब्बत, लगाव
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अभिप्राय
आशय, मतलब, अर्थ, तात्पर्य, गरज
- अर्थ
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आदर
सम्मान, सत्कार, प्रतिष्ठा, इज़्ज़त, क़दर
- आधार
- आशय
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आसक्ति
अनुरक्ति, लिप्तता, आसक्त होने की क्रिया अवस्था या भाव
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इश्क़
मुहब्बत , चाह , प्रेम , लगन , अनुराग , आसक्ति, आशिकी, गहरी चाहत
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उत्पत्ति
अस्तित्व में आने या उत्पन्न होने की अवस्था, क्रिया या भाव, आविर्भाव, उद्भव
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उद्गम
वह स्थान आदि जहाँ से किसी वस्तु आदि की व्युत्पत्ति होती है
- उद्देश्य
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उद्भव
पहले-पहल अस्तित्व में आने की क्रिया या भाव, उत्पत्ति, जन्म, सृष्टि
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उल्फ़त
दोस्तों या मित्रों में होने वाला पारस्परिक संबंध, मित्रता, दोस्ती, याराना
- के लिए
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कारण
हेतु , वजह , सबब , जैसे, तुम किस कारण वहाँ गए थे
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ख़ातिर
आव-भगत, सत्कार, आतिथ्य
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जड़
जिसमें चेतनता न हो, अचेतन
- तात्पर्य
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ध्येय
ध्यान करने योग्य
- निदान
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निबंध
किसी विषय का वह सविस्तार विवेचन जिसमें उससे संबंध रखने वाले अनेक मतों, विचारों, मंतव्यों आदि का तुलनात्मक और पांडित्यपूर्ण विवेचन हो
- निमित्त
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नीयत
भावना । भाव , आंतरिक लक्ष्य , उद्देश्य , आशय , संकल्प , इच्छा , र्मशा , जैसे,—(क) हम किसी बुरी नीयत से नहीं कहते हैं , (ख) तुम्हारी नीयत जाने की नहीं मालूम होती , क्रि॰ प्र॰—करना , —होना
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प्यार
मुहब्बत , प्रेम , चाह , स्नेह
- प्रणय
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प्रेम
वह मनोवृत्ति जिसके अनुसार किसी वस्तु या व्यक्ति आदि के संबंध में यह इच्छा होती है कि वह सदा हमारे पास या हमारे साथ रहे, उसकी वृद्धि, उन्नति या हित ही अथवा हम उसका भोग करें, वह भाव जिसके अनुसार किसी दृष्टि से अच्छी जान पड़नेवाली किसी चीज या व्यक्ति को देखने, पाने, भोगने, अपने पास रखने अथवा रक्षित करने की इच्छा हो, स्नेह, मुहब्बत, अनुराग, प्रीति
- प्रयोजन
- प्रीति
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बंधन
बँधने या बाँधने की अवस्था या भाव, बाँधने की क्रिया, बाँधना
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बुनियाद
जड़, मूल, नींव
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मतलब
तात्पर्य , अभिप्राय , आशय
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मुमकिन
जो हो सकता हो, संभव
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मूल
पेड़ों का वह भाग जो पृथ्वी के नीचे रहता है , जड़
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मंशा
कामना, इच्छा, इरादा, जैसे,—मेरी मंशा तो यही थी कि सब लोग वहाँ चलते
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रचना
कोई चीज़ रचने अर्थात् बनाने की क्रिया या भाव, बनावट, निर्माण
- राग
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रोग लक्षण
सामान्य शारीरिक अवस्था या क्रिया में हुए वे परिवर्तन जो किसी रोगी को अनुभव होते हैं और जो किसी न किसी रोग के सूचक होते हैं
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लक्ष्य
वह वस्तु जिसपर किसी प्रकार का निशाना लगाया जाय, निशाना
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लेख
लिखे हुए अक्षर, लिपि
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लिए
हिंदी का एक कारक चिह्न जो संप्रदान में आता है, और जिस शब्द के आगे लगता है, उसके अर्थ या निमित्त किसी क्रिया का होना सूचित करता है, जस,—मैं तुम्हारे लिए आम लाया हूँ, यह चिह्न शब्द के संबंध कारक रूप 'का' के साथ लगता है, जैसे,—उसके लिए, बहुत से लोग इसको व्युत्पत्ति संस्कृत 'कृति' से बताते हैं, पर 'लग्न और 'लग्ग' शब्द से इसका अधिक लगाव जान पड़ता है, पुरानी काव्यभाषा विशेषतः अवधी में 'लगि' और 'लाग' रूप बराबर मिलते हैं यह प्रायः 'लिये' भी लिखा जाता है
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वजह
कारण, हेतु
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व्याज
मन में कोई और बात रखकर ऊपर से कुछ और करना या कहना, कपट, छल, धोखा, फ़रेब
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वास्ते
लिये, निमित्त, जैसे,—तुम्हारे वास्ते आम लाय हूँ
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शुद्धि
शुद्ध होने का कार्य
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सत्कार
आए हुए के प्रति अच्छा व्यवहार, आदर, संमान, खातिरदारी
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स्नेह
प्रेम, प्रणय, प्यार, मुहब्बत, मित्रता
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सबब
कारण, वजह, मूल कारण, हेतु, जैसे,— उनके नाराज होने का तो मुझे कोई सबब नहीं मालूम
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संभव
उत्पत्ति, जन्म, पैदाइश
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संभाव्य
जो हो सकता हो या जिसके होने की संभावना हो, संभावनायुक्त, संभव होने वाला, उपयुक्त, मुमकिन
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समूह
एक हो तरह की बहुत सी चोजों का ढेर, राशि
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