जड़ के पर्यायवाची शब्द
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अचेतन
चेतनारहित, जिसमें चेतना का अभाव हो, जिसमें सुख-दुःख आदि किसी प्रकार के अनुभव की शक्ति न हो, जड़, 'चेतन' का उलटा
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अचल
जो चल न सके या जिसमें गति न हो, जो न चले, स्थिर, जो न हिले, ठहरा हुआ, निश्चल
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अज्ञ
अज्ञानी, ज्ञान रहित
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अज्ञानी
ज्ञानशून्य, मूर्ख, जड़, अविद्याग्रस्त, अनाड़ी, नादान, नासमझ, अबोध, जिसे बुद्धि न हो या बहुत कम हो या जो मूर्खतापूर्ण आचरण करता हो, जिसे ज्ञान न हो, बेवकूफ़
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अंध
जिसे दिखाई न देता हो, नेत्रहीन , बिना आँख का , अंधा , जिसकी आँखों में ज्योति न हो , जिसमें देखने की शक्ति न हो
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अधोगति
पतन, गिराव, गिरावट, उतार, महत्त्व या प्रतिष्ठा मान आदि न रह जाने की स्थिति या भाव
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अनजान
जिसे जानकारी न हो, अज्ञानी, अनभिज्ञ, निश्छल, अज्ञ, नासनझ, नादान, सीधा, भोला-भाला
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अपटु
जो पटु न हो, कार्य करने में असमर्थ
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अप्रतिभ
चेष्टाहीन, उदास, अप्रगल्भ
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अंबु
आम, रसाल
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अबूझ
अबोध, जिसे बूझा न जा सके, नासमझ, नादान, जिसे जानना-समझना दुरूह हो, समझ और अनुमान से परे, जिसे समझा न जा सके।
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अबोध
अज्ञान, मूर्खता
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अंभ
जल, पानी
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अभ्रपुष्प
बेंत, बेंत का डंठल जिसका उपयोग छड़ी के रूप में किया जाता है
- अर्ण
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अल्प
थोड़ा, कम, न्यून, कुछ, किंचित
- अवाक्
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अहमक़
जिसे बुद्धि न हो या बहुत कम हो या जो मूर्खतापूर्ण आचरण करता हो, जड़ा, बेवक़ूफ़, मूर्ख, नासमझ
- आधार
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आधारशिला
वह पहला पत्थर जो नींव में रखा जाता है और जिसके ऊपर भवन या इमारत बनाते हैं, नींव का पत्थर
- आप
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आलसी
सुस्त, काहिल, धीमा, अकर्मण्य
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उत्पत्ति
अस्तित्व में आने या उत्पन्न होने की अवस्था, क्रिया या भाव, आविर्भाव, उद्भव
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उद्गम
वह स्थान आदि जहाँ से किसी वस्तु आदि की व्युत्पत्ति होती है
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उद्भव
पहले-पहल अस्तित्व में आने की क्रिया या भाव, उत्पत्ति, जन्म, सृष्टि
- उल्लू
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ऊत
बिना पुत्र का , निःसंतान , निपूता
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ऋत
उंछवृत्ति
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ओज
विषम, अयुग्म
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क
हिंदी वर्णमाला का पहला व्यंजन वर्ण, इसका उच्चारण कंठ से होता है, इसे स्पर्श वर्ण भई कहते हैं, ख, ग, घ और ङ इसके सवर्ण हैं
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कंजूस
जो धन का भोग न करे, जो न खाय और न खिलावे, कृपण, सूम, ख़सीस, मक्खीचूस
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कड़ा
हाथ या पाँव में पहनने का चूड़ा
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कृत्स्न
संपूर्ण, सब, पूरा
- कबंध
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कर्बुर
सोना, स्वर्ण
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कुलीन
उत्तम या प्रसिद्ध कुल में उत्पन्न; ख़ानदानी; अभिजात
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कुलीनस
पानी, जल, वारी
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क्लीव
षंढ, नपुंसक, नामर्द
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कश
चाबुक
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कुश
कड़ी और नुकीली पत्तियों वाली एक प्रसिद्ध घास जिसकी पत्तियाँ हिंदुओं की पूजा, यज्ञ आदि में काम आती हैं; दर्भ, काँस की तरह की एक पवित्र और प्रसिद्ध घास , डाभ , दर्भ
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क्षर
जिसका क्षरण होता हो या होने को हो, नाशवान्, नश्वर, नष्ट होनेवाला
- क्षीर
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क्षोद
चूर्ण, बुकनी, सफूफ
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कारण
हेतु , वजह , सबब , जैसे, तुम किस कारण वहाँ गए थे
- कीलाल
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गुंगा
गूँगा, मूक
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गूँगा
जिसकी वाक् शक्ति ऐसी विकृत हो कि कुछ भी बोल न सके, जिसके मुँह से स्पष्ट शब्द न निकलें, जिसमें बोलने की शक्ति न हो, जिसे वाणी न हो, मूक
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गतिहीन
स्थिर, ठहरा हुआ
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गधा
'गदहा'
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गावदी
कुंठित बुद्धि का, अबोध, नासमझ, बेवकूफ, कूढ़मग्ज, जड़
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