कारण के पर्यायवाची शब्द
-
अंगति
अग्निहोत्री
-
अंबरीष
वह मिट्टी का बरतन जिसमें लोग गर्म बालू डालकर दाना भूनते हैं, भाड़
-
अंबुजाक्ष
विष्णु
-
अग्निकेतु
शिव का एक नाम
-
अच्युत
च्युत न होने वाला , स्थिर , नित्य , अमर , अविनाशी
-
अजिन
चर्म, चमड़ा, ख़ाल
-
अट्टहास
जोर की हंसी , ठहाका
-
अतिदेव
श्रेष्ठ या देवता अर्थात् विष्णु, शिव
-
अधोक्षज
विष्णु का एक नाम
-
अनंत
जिसका अंत न हो, जिसका पार न हो, असीम, बेहद, अपार
-
अपराजित
आँखि-सन नील फूल-वाला एक लता
-
अपेक्षा
केर तुलना मे
-
अभिप्राय
आशय, तात्पर्य, हृदयगत भाव
-
अभिलाषा
दे० 'अभिलाष'
-
अमृततप
स्वर्ग आदि में रहने वाले वे अमर प्राणी जो पूज्य माने जाते हैं
-
अरविंदनयन
कमलनयन, विष्णु
-
अर्क
सूर्य
-
अर्थ
दे० 'अरथ'
-
अष्टमूर्ति
शिव
-
अस्थिमाली
शिव
-
आत्मयोनि
ब्रह्मा
-
आदि
प्रथम , पूर्व , आरंभिक
-
आधार
आश्रय, अवलम्ब
-
आवश्यकता
जरूरत, अपेक्षा
-
आशय
अभिप्राय , तात्पर्य
-
आशा
अप्राप्त के पाने की इच्छा और थोड़ा बहुत निश्चय
-
इच्छा
इच्छा, अभिलाषा, चाह, कामना, लालच
-
ईश
स्वामी , मालिक
-
ईशान
स्वामी, अधिति, प्रभु
-
ईश्वर
कलेश, कर्म विपाक, अलस पुरुष, परमेश्वर, भगवान्, मालिक, स्वामी
-
उग्र
प्रचंड, उत्कट
-
उद्गम
उत्पत्ति स्थान ; स्थान जहाँ से नदी निकलती है
-
उद्देश्य
लक्ष्य वस्तु जिस पर ध्यान रखकर कोई बात कही या की जाए, अभिप्रेत कार्य, इष्ट, ध्येय
-
उद्भव
उत्पत्ति , प्रादुर्भाव ; उन्नति , वृद्धि ; उत्पत्ति स्थान ; विष्णु
-
उपेंद्र
इन्द्र के लघु भ्राता का नाम
-
उमानाथ
शिव
-
ऊर्ध्वरेता
जो अपने वीर्य को गिरने न, स्त्रीप्रसंग से परहेज करनेवाला
-
ऋतु
प्राकृतिक अवस्थाओं के अनुसार वर्ष के दो-दो महीनों के छह विभाग, मौसम
-
कंकालमाली
शिव, महादेव
-
कंसाराति
श्रीकृष्ण
-
कपर्दी
जटाजूटधारी शिव
-
कपाली
शिव, महादेव
-
कमलनयन
विष्णु
-
कमलनाभ
पद्मनाभ भगवान विष्णु
-
कमलाकांत
विष्णु, नारायण, लक्ष्मीपति
-
कमलानाथ
कमला अर्थात लक्ष्मी के पति; विष्णु
-
कमलापति
लक्ष्मी के पति विष्णु
-
कमलेश
लक्ष्मी के पति विष्णु
-
कलाधर
चंद्रमा
-
कामी
काम का, काम आने वाला, उपयोगी; कामुक,विषयी; किसी विषय या वस्तु की कामना करने वाला
सब्सक्राइब कीजिए
आपको नियमित अपडेट भेजने के अलावा अन्य किसी भी उद्देश्य के लिए आपके ई-मेल का उपयोग नहीं किया जाएगा।
© 2024 Rekhta™ Foundation. All Right Reserved.
क्या आप वास्तव में इन प्रविष्टियों को हटा रहे हैं? इन्हें पुन: पूर्ववत् करना संभव नहीं होगा