कंद के पर्यायवाची शब्द
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अब्द
दास, सेवक, गुलाम, अनुचर, भक्त
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अंबुद
अंबु या जल देने वाला अर्थात बादल, मेघ
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अंबुधर
पृथ्वी पर के जल से निकली हुई वह भाप जो घनी होकर आकाश में फैल जाती है और जिससे पानी बरसता है, जलधर, बादल, मेघ
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अंबुभृत्
बादल
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अब्भ्र
'अभ्र'
- अंबर
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अंबुवाह
बादल, मेघ
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अभ्र
मेघ, बादल
- असुर
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उपल
पत्थर
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कंधर
गरदन, ग्रीवा
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कपूर
एक सफेद रंग का जमा हुआ सुगधिंत द्रव्य जो वायु में उड़ जाता है और जलाने से जलता है
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कय
कितने, कयठू, कयठे, संख्या में कितने
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करधर
बादल, मेघ
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क्षय
धीरे-धीरे घटना, ह्रास, अपचय, छीजन
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क्षर
जिसका क्षरण होता हो या होने को हो, नाशवान्, नश्वर, नष्ट होनेवाला
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खग
पक्षी, चिड़िया
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ग्रंथि
गाँठ
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ग्रंथिमूल
शलजम, गाजर, मूली आदि मूल जो गाँठों के रूप में ज़मीन के अंदर होते हैं, ऐसी वनस्पतियाँ जो गाँठों के रूप में होती हैं
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गाँठ
रस्सी, डोरी, तागे आदि में पड़ी हुई गुत्थी की उलझन जो खींचकर कड़ी और दृढ़ हो जाती है, वह कड़ा उभार जो तागे, रस्सी, डोरी आदि में उनके छोरों को कई फेरे लपेटकर या नीचे ऊपर निकालकर खींचने से बन जाता है, गिरह, ग्रंथि
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गाँठदार जड़
एक प्रकार की जड़ जिसमें गाँठें पायी जाती हैं
- घन
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जलद
जल देने वाला, जो जल दे
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जलधर
मेघ, बादल
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जीमूत
पर्वत
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तोयधर
मेघ, बादल
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दुर्दर
'दुर्धर'
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धूमज
(धुएँ से उत्पन्न) बादल
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धूमयोनि
बादल, पृथ्वी पर के जल से निकली हुई वह भाप जो घनी होकर आकाश में फैल जाती है और जिससे पानी बरसता है
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धाराधर
मेघ, बादल
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नभचर
'नक्षश्चर'
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नीरद
पृथ्वी पर के जल से निकली हुई वह भाप जो घनी होकर आकाश में फैल जाती है और जिससे पानी बरसता है, बादल, मेघ
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पेचक
बटे हुए तागे की गोली या गुच्छी
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पयोद
पृथ्वी के जल से निकली हुई वह भाप जो घनी होकर आकाश में फैल जाती है और जिससे पानी बरसता है, बादल , मेघ
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पयोधर
स्तन
- पर्जन्य
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पाथोद
बादल, मेघ
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पारण
किसी व्रत या उपवास के दूसरे दिन किया जानेवाला पहला भोजन और तत्संबंधी कृत्य
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बदरिया
'बदरी २','बदली १'
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बदली
आकाश में बादलों के छाए होने की अवस्था या भाव, फैलकर छाया हुआ बादल, घनविस्तार
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बलाहक
मेघ, बादल
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बादल
पृथ्वी पर के जल (समुद्र, झील, नदी आदि के) से उठी हुई वह भाप जो घनी होकर आकाश में छा जाती है और फिर पानी की बूँदों के रूप में गिरती है , मेघ , घन
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भव
उत्पत्ति, जन्म
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मेघ
पृथ्वी पर के जल से निकली हुई वह भाप जो घनी होकर आकाश में फैल जाती है और जिससे पानी बरसता है, आकाश में घनीभुत जलवाष्प जिससे वर्षा होती है, बादल
- मतंग
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मुदिर
बादल, मेघ
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मेह
प्रस्राव, मूत्र
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यवनेष्ट
सीसा
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लहसुन
एक केंद्र से उठकर चारों ओर गिरी हुई लंबी-लंबी पतली पत्तियों का एक पौधा, जिसकी जड़ गोल गाँठ के रूप में होती है
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वनमाली
वनमाला धारण करने या पहनने वाला
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