केदार के पर्यायवाची शब्द
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अग
न चलने वाला स्थावर
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अचल
जो चल न सके या जिसमें गति न हो, जो न चले, स्थिर, जो न हिले, ठहरा हुआ, निश्चल
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अद्रि
पर्वत, पहाड़
- अहार्य
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कूट
पहाड़ की ऊँची चोटी
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कटकी
पहाड़
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क्यार
अवध की संबंध कारक की विभक्ति, का
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क्यारी
'कियारी'
- कर
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क्षेत्र
वह स्थान जहाँ अन्न बोया जाता हो, खेत
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कीलक
खूँटी , कील
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कोला
छोटी पीपल, पिप्पली
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खेत
वह भुमिखंड जो जोतनें बोने और अनाज आदि की फसल उत्पन्न करने के योग्य हो, जोतने बोने की जमीन, क्रि॰ प्र॰—जोतना, —निराना, —बोना
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गिरि
पर्वत , पहाड़
- चावल
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ज़मीन
पृथ्वी (ग्रह) , जैसे,—जमीन बराबर सूरज के चारों तरफ घूमती है
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तुंग
उन्नत, ऊंचा
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दीर्घ
आयत , लंबा
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धराधर
वह जो पृथ्वी को धारण करे, राजा
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धराधर
पुराणों के अनुसार हज़ार फनों वाला वह नाग जिसके फनों पर यह पृथ्वी ठहरी हुई है, शेषनाग
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धान
तृण जाति का एक पौधा जिसके बीज की गिनती अच्छे अन्नों में है , शालि , व्रीहि
- धान्य
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धान्योत्तम
शाली, धान, धान की बहुत अच्छी किस्म, एक अनाज जो छिलके सहित चावल होता है
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नग
न गमन करनेवाला, न चलने फिरनेवाला, अचल, स्थिर
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निष्कुट
धर के पास का बाग, नजर बाग, पाई बाग
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पर्वत
ज़मीन के ऊपर वह बहुत अधिक उठा हुआ प्राकृतिक भाग जो आस-पास की ज़मीन से बहुत अधिक ऊँचा होता है और जो प्रायः पत्थर ही पत्थर होता है, पहाड़
- पहाड़
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पाटीर
एक प्रकार का चंदन
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पांडुक
दे॰ 'पंडुक'
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बासमती
एक प्रकार का धान
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महीधर
पर्वत
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रक्तशालि
एक प्रकार का लाल रंग का चावल या शालि जिसे दाऊदखानी कहते हैं
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रुच्य
रुचिकर
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राजिका
केदार, क्यारी
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व्रीहि
धान
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वलज
अन्न की ढेरी
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वाप
बोना , वपन , वयन
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शैल
शिला सबंधी, पत्थर का
- शालि
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शिखरी
पर्वत, पहाड़
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स्थावर
जो चले नहीं, सदा अपने स्थान पर रहने वाला, अचल, स्थिर, गतिहीन, जड़, क्रियाहीन, निष्क्रिय
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स्थिर
जो चलता या हिलता डोलता न हो, निश्चल, ठहरा हुआ, जैसे,—(क) हम लोग देखते हैं कि पुथ्वी स्थिर है; पर वह एक घंटे में ५८ हजार मील चलती है, (ख) और लोग उठकर चले गए पर वह अपने स्थान पर स्थिर रहा
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साठी
एक प्रकार का धान
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हरि
पिंगल (वर्ण), भूरा या बादामी
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