कुज के पर्यायवाची शब्द
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अग
न चलने वाला स्थावर
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अगम
जहाँ कोई जा न सके, न जाने योग्य, पहुँच के बाहर, दुर्गम, अवघट
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अद्रि
पर्वत, पहाड़
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आगम
अवाई, आगमन, आम
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आसन
योगासनादि में बैठने की मुद्रा, कामशास्त्र में वर्णित काम की चौरासी मुद्राएँ, बैठने की विधि, स्थिति, बैठक
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उद्भिज
वृक्ष, लता आदि जो भूमि फोड़कर निकलते हैं
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कुट
घर, गृह
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कुटार
नटखट टट्टू
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कुठ
पेड़, वृक्ष, गाछ
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क्षितिरुह
वृक्ष
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कांची
स्त्रियों द्वारा कमर में धारण की जाने वाली करधनी, मेखला, क्षुद्रघंटिका
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कारस्कर
कुचला, किंपाक वृक्ष
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गाछ
छोटा पेड़, पौधा
- तरु
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द्रु
वृक्ष
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दरख़्त
जड़, तने, शाखा तथा पत्तियों से युक्त बहुवर्षीय वनस्पति
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द्रुम
वृक्ष
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दली
जिसमें दल या मोटाई हो
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धरणीरुह
वृक्ष
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नग
न गमन करनेवाला, न चलने फिरनेवाला, अचल, स्थिर
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पटल
छप्पर, छान, छत
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पेड़
जो चुका दिया गया हो, जो चुकता कर दिया गया हो
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पत्री
चिट्ठी, खत, पत्र
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पर्णी
वृक्ष, पेड़
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पलाशी
मांसाहारी, मांस खानेवाला
- पादप
- पीठ
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पीढ़ा
चौकी के आकार का वह आसन जिसपर हिंदू लोग विशेषतः भोजन करते समय बैठते हैं , पाटा , पीठ , पीठक
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फली
श्योनाक
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बूटा
छोटा वृक्ष , पौधा
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बिखा
बुरा, नादानी, गरीबी।
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भूर्ज
भोजपत्र का वृक्ष
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महीज
अदरक, आदी
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महीरुह
वृक्ष; पेड़
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रुख
देखिए : 'रुख'
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रूख
पेड़, वृक्ष
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वक्ष
पेट और गले के बीच में पड़नेवाला भाग जिसमें स्त्रियों के स्तन और पुरुषों के स्तन के से चिह्न होते हैं, छाती, उरस्थल
- वृक्ष
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वनस्पति
वह वृक्ष जिसमें फूल न हो (अर्थात् न दिखाई पड़े) केवल फल ही हों
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वानस्पत्य
वह वृक्ष जिसमें पहले फूल लगकर पीछे फल लगते हैं
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विटप
वृक्ष या लता की नई शाखा, कोंपल
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विटपी
जिसमें नई शाखाएँ या कोंपलें निकली हों
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विष्टर
विस्तृत, लंबा-चौड़ा
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शृंगी
हाथी, हस्ती
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शाखी
(वृक्ष) जिसकी अनेक शाखाएँ हों, शाखाओं से युक्त, शाखावाला
- शाल
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शिखरी
पर्वत, पहाड़
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स्थिर
जो चलता या हिलता डोलता न हो, निश्चल, ठहरा हुआ, जैसे,—(क) हम लोग देखते हैं कि पुथ्वी स्थिर है; पर वह एक घंटे में ५८ हजार मील चलती है, (ख) और लोग उठकर चले गए पर वह अपने स्थान पर स्थिर रहा
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