लक्षण के पर्यायवाची शब्द
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अंक
संख्या, अदद
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अभिज्ञान
महाकवि कालिदास कृत सात अंकों का प्रसिद्ध नाटक
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अभिधान
नाम, लक़ब, उपाधि, संज्ञा,
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आकृति
बनावट, गठन, ढाँचा
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आख्या
नाम
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इंगित
ह्वदय के अभिप्राय को व्य़क्त करनेवाली आंगिक चेष्टा
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उपस्थ
नीचे या मध्य का भाग, पेड़ू
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उपाय
वह कार्य या प्रयत्न जिससे अभीष्ट तक पहुँचा जाए, पास पहुँचना, निकट आना
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कामी
कामना रखनेवाला, इच्छुक
- कीर्ति
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ख़ूबी
भलाई, अच्छाई, अच्छापन, उम्दगी
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गुण
किसी वस्तु में पाई जाने वाली वह बात जिसके द्वारा वह दूसरी वस्तु से पहचानी जाए, वह भाव जो किसी वस्तु के साथ लगा हुआ हो, धर्म, सिफ़त
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गोनर्द
नागरमोथा
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चिन्ह
'चिह्न'
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चिह्न
वह लक्षण जिससे किसी चीज की पहचान हो, निशान
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छाप
वह चिह्न जो किसी रंग पुते हुए साँचे को किसी वस्तु पर दबाकर बनाया जाय, खुदे या उभरे हुए ठप्पे का निकान, जैसे, चंदन या गेरू क्री छाप, बूटी की छाप, हथेली की छाप
- डोरी
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डौल
किसी रचना का प्रारंभिक रूप, किसी वस्तु या व्यक्ति की वाह्य आकृति, ढाँचा, आकार, ढंड्ढा, ठाट, ठट्टर, क्रि॰ प्र॰—खड़ा करना
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ढंग
क्रिया, प्रणाली, शैली, ढब, रीति, तोर, तरीका, जैसे,—(क) वोलने चालने ता ढंग, बैठने उठने का ढंग, (ख) जिस ढंग से तुम काम करते हो वह बहुत अच्छा हैं
- ढब
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ढाँचा
किसी वस्तु की रचना की प्रारंभिक अवस्था में स्थूल रूप से संयोजित अंगों की समष्टि, किसी चीज को बनाने के पहले परस्पर जोड़ जाड़कर बैठाए हुए उसके भिन्न भिन्न भाग जिनसे उस वस्तु का कुछ आकार खड़ा हो जाता है, ठाट, टट्टर, डौल, जैसे,— अभी तो इस पालकी का ढाँचा खड़ा हुआ है, तख्ते आदि नहीं जड़े गए है, क्रि॰ प्र॰—खड़ा करना, —बनाना
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तौर-तरीक़ा
काम करने की विधि
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देवमूर्ति
किसी देवी या देवता की प्रतिमा
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दशा
अवस्था, स्थिति या प्रकार, हालत
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दार्वाघाट
काठ पर आघात करने वाला कठफोड़वा नाम का पक्षी
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धर्म
किसी व्यक्ति के लिए निश्चित किया गया कार्य-व्यापार; कर्तव्य
- ध्वज
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धागा
रुई, रेशम आदि का वह लंबा रूप जो बटने से तैयार होता है, बटा हुआ सूत , डोरा , तागा
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नाम
वह शब्द जिससे किसी वस्तु, व्यक्ति या समूह का बोध हो, किसी वस्तु या व्यक्ति का निर्देश करने वाला शब्द, संज्ञा, आख्या, अभिख्या, आह्या
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नामधेय
नाम, अभिधान, आख्या, निदर्शक, शब्द
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निशान
तेज़ करना, सान पर चढ़ाना
- निशानी
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पद्धति
राह, पथ, मार्ग, सड़क
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प्रकृति
किसी पदार्थ या प्राणी का वह विशिष्ट भौतिक सारभूत तथा सहज व स्वाभाविक गुण जो उसके स्वरूप के मूल में होता है और जिसमें कभी कोई परिवर्तन नहीं होता, मूल या प्रधान गुण जो सदा बना रहे, तासीर
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प्रकार
भेद, क़िस्म
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प्रचलन
चलन
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प्रणाली
पानी निकलने का मार्ग, नाली
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प्रतिमा
किसी की वास्तविक अथवा कल्पित आकृति के अनुसार बनाई हुई मूर्ति या चित्र आदि, अनुकृति
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प्रतीक
प्रतिकूल, विरुद्ध
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प्रथा
रीति, रिवाज, प्रणाली, नियम
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पुरुष जननेंद्रिय
पुरुष का वह जनन अंग जिससे संभोग किया जाता है
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प्रसिद्धि
ख्याति
- परिचय
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परिपाटी
क्रम, श्रेणी, सिलसिला
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परिभाषा
स्पष्ट या संशयरहित कथन या बात, परिष्कृत भाषण
- पुष्कर
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पहचान
पहचानने की क्रिया या भाव, यह ज्ञान कि यह वही व्यक्ति या वस्तु विशेष है जिसे मैं पहले से जानता हूँ, देखने पर यह जान लेने की क्रिया या भाव कि यह अमुक व्यक्ति या वस्तु है
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बनावट
बनने या बनाने का भाव, रचना, गढ़त, जैसे,—इन दोनों कुरसियों की बनावट में बहुत अंतर है
- भेद
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मार्ग
रास्ता, पंथ
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