मूर्ति के पर्यायवाची शब्द
-
अंग
शरीर, बदन, देह, गात्र, तन, जिस्म
-
आकृति
बनावट, गठन, ढाँचा
- आकार
-
इंद्रियायतन
किसी प्राणी के सब अंगों का समूह जो एक इकाई के रूप में हो, इंद्रियों का आयतन या निवास, शरीर, देह
- करण
-
कलेवर
शरीर, देह, चोला
-
क्षेत्र
वह स्थान जहाँ अन्न बोया जाता हो, खेत
-
काया
किसी प्राणी के सब अंगों का समूह जो एक इकाई के रूप में हो, शरीर , तन , देह
-
गात
शरीर, काया, जिस्म, बदन, देह, तन
-
गात्र
अंग, देह, शरीर
-
चाँदी
एक सफ़ेद चमकीली धातु जो बहुत नरम होती है और जिसके सिक्के, आभूषण और बर्तन इत्यादि बनते हैं
-
चिह्न
वह लक्षण जिससे किसी चीज की पहचान हो, निशान
-
तन
'स्तन'
-
तनु
कृश, दुबला पतला
-
तनू
पूत्र, बेटा, लड़का
-
देवप्रतिमा
देवता की पाषाण या धातु आदि से निर्मित मूर्ति
-
दृश्यकाव्य
वह काव्य जिसका अभिनय किया जाए
- देह
-
नाटक
नाट्य या अभिनय करने वाला , नट, अभिनय करने या स्वाँग दिखाने वाला पुरुष
-
निशान
तेज़ करना, सान पर चढ़ाना
-
पंजर
शरीर का वह कड़ा भाग जो अणुजीवों तथा बिना रीढ़ के और क्षुद्र जीवों में कोश या आवरण आदि के रूप में ऊपर होता है और रीढ़वाले जीवों में कड़ी हड्डियों के ढाँचे के रूप में भीतर होता है , हड्डियों का ठट्टर या ढाँचा जो शरीर के कोमल भागों को अपने ऊपर ठहराए रहता है अथवा बंद या रक्षित रखता है , ठठरी , अस्थिसमुदाय , कंकाल
-
पुद्गल
देखने में अच्छा और मन को लुभाने वाला
-
प्रतिकृति
प्रतिमा, प्रतिमूर्ति
-
प्रतिकाय
पुतला, प्रतिरूप मूर्ति, चित्र
-
प्रतिच्छाया
चित्र, तस्वीर
-
प्रतिनिधि
वह व्यक्ति जो किसी दूसरे की ओर से कोई काम करने के लिए नियुक्त हो, किसी अन्य के स्थान पर कार्य करने के लिए भेजा गया व्यक्ति, दूसरों का स्थानापन्न होकर काम करने वाला, अभिकर्ता
-
प्रतिबिंब
जल, दर्पण आदि में दिखाई पड़ने वाली किसी वस्तु की छाया, परछाई, छाया, प्रतिच्छाया
-
प्रतिमा
किसी की वास्तविक अथवा कल्पित आकृति के अनुसार बनाई हुई मूर्ति या चित्र आदि, अनुकृति
- प्रतिरूप
-
प्रतीक
प्रतिकूल, विरुद्ध
- पिंड
-
बदन
किसी प्राणी के सब अंगों का समूह जो एक इकाई के रूप में हो, देह; शरीर; तन
- बंध
-
भू
पृथ्वी
-
भूतात्मा
शरीर
-
मुख
मुँह, नयन
-
मूरत
'मूर्ति'
-
रूप
किसी पदार्थ का वह गुण जिसका बोध द्रष्टा , को चक्षुरिंद्रिय द्बारा होता है , पदार्थ के वर्णो और आकृति का योग जिसका ज्ञान आँखों को होता है , शकल , सूरत , आकार
-
रूपक
मूर्ति, प्रतिकृति
- रुपया
-
वदन
मुख, मुँह
-
वपु
किसी प्राणी के सब अंगों का समूह जो एक इकाई के रूप में हो
-
वर्त्म
मार्ग, पथ
-
वर्ष्म
शरीर, दे॰ 'वर्ष्मा'
-
विग्रह
दूर या अलग करना
-
शरीर
मनुष्य या पशु आदि के समस्त अंगों की समष्टि , सिर से पैर तक के सब अंगों का समूह , देह , तन , बदन , जिस्म
-
स्कंध
कंधा, मोढ़ा
-
स्कंध
कंधा, मोढ़ा
-
संचर
गमन, चलना
-
स्थानापन्न
दूसरे के स्थान पर अस्थायी रूप से काम करनेवाल, कायम मुकाम, एवजी, जैसे,—स्थानापन्न मैजिस्ट्रेट
सब्सक्राइब कीजिए
आपको नियमित अपडेट भेजने के अलावा अन्य किसी भी उद्देश्य के लिए आपके ई-मेल का उपयोग नहीं किया जाएगा।
© 2024 Rekhta™ Foundation. All Right Reserved.
क्या आप वास्तव में इन प्रविष्टियों को हटा रहे हैं? इन्हें पुन: पूर्ववत् करना संभव नहीं होगा