नंदी के पर्यायवाची शब्द
-
अंगज
शरीर से उत्पन, तन से पैदा, जो अंग से उत्पन्न हुआ हो
-
अंगति
अग्निहोत्री
-
अच्युत
जो गिरा हुआ न हो
-
अतिदेव
श्रेष्ठ या देवता अर्थात् विष्णु, शिव
-
अदेह
बिना शरीर का
-
अधोक्षज
विष्णु का एक नाम, कृष्ण का एक नाम
-
अनंग
बिना शरीर का, देहरहित
-
अनंत
जिसका अंत न हो, जिसका पार न हो, असीम, बेहद, अपार
-
अनन्यज
कामदेव
- अनलमुख
-
अंबुजाक्ष
कमल के समान नेत्रवाला, कमलनयन
-
अंबरीष
वह मिट्टी का बरतन जिसमें लोग गर्म बालू डालकर दाना भूनते हैं, भाड़
-
अभिरूप
प्रिय, रमणीय, मनोहर, सुंदर, सुगठित
-
अमृततप
स्वर्ग आदि में रहने वाले वे अमर प्राणी जो पूज्य माने जाते हैं
-
अर्क
सूर्य
-
अरविंदनयन
कमलनयन, विष्णु
-
अवरोही
संगीत में वह स्वर जिसमें पहले षड्ज का उच्चारण हो, फिर निषाद से षड्ज तक क्रमानुसार उतरते हुए स्वर निकलते जाएँ, सा, नि, ध, प, म, ग, री सा का क्रम, विलोम, आरोही स्वर का उलटा
- आत्मज
-
आत्मभू
अपने शरीर से उत्पन्न
-
आत्मयोनि
ब्रह्मा
-
आत्मसमुद्भव
जो स्वयं उत्पन्न या पैदा हुआ हो, अपने ही आप उत्पन्न
-
आनंदी
हर्षित, प्रसन्न, सुखी, ख़ुश, वह जो सदैव प्रसन्न रहता हो, जिसका चित्त प्रसन्न हो
-
इष्म
इच्छुक
-
उपेंद्र
इंद्र के छोटे भाई, वामन या विष्णु भगवान्, कृष्ण
-
ऋतु
प्राकृतिक अवस्थाओं के अनुसार वर्ष के दो-दो महीनों के छह विभाग, मौसम
-
कंजन
कामदेव
-
कुंडली
जलेबी
-
कंतु
प्रसन्न
-
कृति
कोई बहुत प्रशंसनीय कार्य, किसी के द्वारा किया गया लेखन या चित्रांकन आदि रचनात्मक कार्य, रचना
- कुंद
-
कूँद
लकड़ी को चिकना करना, खरादना
- कंदर्प
- कुमुद
-
कमन
कामुक, कामी
-
कमलनयन
जिसकी आँखें कमल की पंखुड़ी की तरह बड़ी और सुंदर हों, कमल जैसी आँखों वाला, सुंदर नेत्र वाला
-
कमलनाभ
विष्णु
-
कमलेश
लक्ष्मी के पति विष्णु
-
कमलाकांत
विष्णु, नारायण, लक्ष्मीपति
-
कमलानाथ
कमला अर्थात लक्ष्मी के पति; विष्णु
-
कमलापति
लक्ष्मी के पति विष्णु
-
कलाकेलि
कामदेव
-
केश
सिर का बाल
-
केशट
खटमल
- केशव
-
कृष्ण
काले या साँवले रंग का, काला, श्याम, स्याह
-
कृष्णी
अंधकारमयी रात्रि, अँधियारी रात
-
क्षाम
क्षीण, कृश, दुबला-पतला
-
कुस्तुभ
विष्णु
-
कुसुमशर
'कुसुमबाण'
-
कुसुमायुध
कामदेव, ई॰— 'प्रियवर', मैं तव ह्वद्रय की नहीं जानती बात, संतापित करता मुझे कुसुमायुध दिन रात, —शकुं, पृ॰,
सब्सक्राइब कीजिए
आपको नियमित अपडेट भेजने के अलावा अन्य किसी भी उद्देश्य के लिए आपके ई-मेल का उपयोग नहीं किया जाएगा।
© 2024 Rekhta™ Foundation. All Right Reserved.
क्या आप वास्तव में इन प्रविष्टियों को हटा रहे हैं? इन्हें पुन: पूर्ववत् करना संभव नहीं होगा