निगम के पर्यायवाची शब्द
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अफ़वाह
किसी घटना का ऐसा समाचार जो प्रामाणिक न होने पर भी जन-साधारण में फैल गया हो, उड़ती ख़बर, बाज़ारू ख़बर, अपुष्ट समाचार, मिथ्या समाचार, किवदंती
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आगम
आगमन
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आम्नाय
आभ्यास
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उपवेद
विद्याएँ जो वेदों से निकली हुई कही जाती हैं, ये चार हैं- (१) धनुर्वेद- जिसे विश्वामित्र ने यजुर्वेद से निकाला (२) गंधर्व वेद- जिसे भरतमुति ने सामवेद से निकाला (३) आयुर्वेद- धन्वंतारि ने ऋर्ग्वद से निकाला (४) स्थापत्य- जिसे विश्वकर्मी ने अथर्ववेद से निकाला
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कटक
उड़ीसा प्रदेश का एक नगर
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कर्ण
कान
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कान
श्रवणेन्द्रिय
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छंद
वेद वह वाक्य जिसमें वर्ण या मात्रा की गणना के अनुसार विराम आदि का नियम हो
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जनश्रुति
किवदन्ती, उड़न्ती, अफबाह
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नगर
मनुष्य की वह बस्ती जो गाँव और कस्बे से बहुत बड़ी होती है और जिसमें सब तरह के बहुत-से लोग रहते और बाज़ार होते हैं, शहर
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निश्चय
पक्का, अवश्य
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पट्ट
बैठने की चौकी ; पट्टी , तख्ती ; विज्ञापन आदि लिखने की पट्टी; पटिया; धातु का पत्तर ; कपड़े की पट्टी; दुपट्टा , ८. शहर , नगर
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पट्टन
नगर
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पत्तन
बंदरगाह; पोताश्रय
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पुटभेदन
नगर, पत्तन, उपनगर, कस्बा
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पुर
कुएँ से पानी निकालने का चमड़े का डोल, चरसा
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पुरी
संन्यासियों का एक वर्ग, मैदा की पूड़ी
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प्रतिष्ठान
व्यापारिक संस्था
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प्रवचन
विवेचनात्मक गम्भीर भाषण (विशेषत: धार्मिक/आध्यात्मिक)
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ब्रह्म
सच्चिदानंद स्वरूप जगत का मूल तत्त्व. 2. सत्य. 3. वेद
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भाष्य
सूत्रों की विशद व्याख्या, पतंजलिकृत महाभाष्य
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यज्ञांग
विष्णु
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वार्ता
कुशल-समाचार, वृत्तान्त, सूचना
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विश्वास
वह धारणा जो मन में किसी व्यक्ति के प्रति उसका सद्भाव, हितैषिता, सत्यता, दृढ़ता आदि अथवा किसी सिद्धांत आदि की सत्यता अथवा उत्तमता का ज्ञान होने के कारण होती है, किसी के गुणों आदि का निश्चय होने पर उसके प्रति उत्पन्न होने वाला मन का भाव, यह निश्चय कि ऐसा ही होगा या है, यक़ीन, ऐतबार, भरोसा
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वेद
प्राचीनतम आर्य धर्म- ग्रन्थ; ऋक्, यजु, साम और अथर्व वेद
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वेदपाठ
वेदों का सस्वर पठन
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वेदवाक्य
वेद का कोई वाक्य
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व्यवसाय
वह कार्य जिसके द्वारा किसी की जीविका का निर्वाह होता हो, जीविका, जैसे,—दूसरों की सेवा करना ही उसका व्यवसाय है
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व्यापार
कर्म, कार्य, काम
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शहर
मनुष्यों की वह बस्ती जो क़स्बे से बहुत बड़ी हो और जहाँ हर तरह के लोग रहते हों तथा जिसमें अधिकतर बड़े-पक्के मकान हों, नगर, पुर
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श्रवण
वह इंद्रिय जिससे शब्द का ज्ञान होता है , कान , कर्णा , श्रुति
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श्रुति
श्रवण करने की क्रिया या भाव, सुनना
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श्रोत
श्रवणेंद्रिय, कान
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संस्था
स्थिति, सभा, समूह, रहन-सहन का बँधा हुआ तरीका, मंडली विधि, ठहराव, राजकीय आज्ञा
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संस्थान
ठहरने की क्रिया या भाव, ठहराव, स्थिति
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समाचार
संवाद
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स्वाध्याय
वेदों की निरंतर और नियमपूर्वक आवृत्ति या अभ्यास करना, वेदाध्ययन
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