निर्जन के पर्यायवाची शब्द
-
अकेला
जिसके साथ कोई न हो बिना साथी का , दुकेले का उलटा , एकाकी , तनहा; जैसे—'वह अकेला आदमी इतनी चीजैं कैसे ले जायेगा' (शब्द॰)
-
अग्निजिह्व
विष्णु
-
अग्निमुख
देवता
-
अजर
निर्जर, देवता
-
अनूठा
अपूर्व, अनोखा, विचित्र, विलक्षण, अद्भुत, जो विशेष लक्षण से युक्त हो
-
अनिमिष
निमेषरहित, स्थिरदृष्टि, टक-टकी बाँधकर देखने वाला, बिना पलक गिराए देखने वाला
-
अमर्त्य
जो कभी मर्त्य या मरे नहीं या जिसने मृत्यु को जीत लिया हो, अविनश्वर, अमर
-
अर्थहीन
निर्धन
-
अविद्यमान
जो विद्यमान या उपस्थित न हो, अनुप स्थिति
-
अस्तित्वहीन
जिसकी कोई सत्ता या अवस्थिति न हो
-
अस्वप्न
देवता
-
आदितेय
अदिति का पुत्र
-
आदित्य
अदिति के पुत्र
- उजाड़
-
उपांशु
मंद स्वर में मंत्र का जप
-
ऋभु
एक गण देवता
-
एकाकी
अकेला, तनहा, जिसके साथ कोई और न हो
-
एकांत
जहाँ कोई व्यक्ति न रहता हो या व्यक्तियों की संख्या बहुत ही कम हो, जो निर्जन या सूना हो, अलग, पृथक्, अकेला
-
एकांत स्थान
वह स्थान जहाँ कोई न हो
- कम
- कोई-कोई
-
गीर्वाण
देवता, सुर
-
छन्न
ढका हुआ, आवृत, आच्छादित
-
जंगल
जलशुन्य भूमि , रेगिस्तान
-
त्रिदश
देवता
-
त्रिदिवेश
देवता
-
थोड़ा
जो मात्रा या परिमाण में अधिक न हो , न्यून , अल्प , कम , तनिक , जरा सा , जैसे,—(क) थोड़े दिनों से वह बीमार हैं , (ख) मेरे पास अब बहुत थोड़े रुपए रह गए हैं
-
दुर्लभ
जो कठिनता से मिल सके, जिसे पाना सहज न हो, दुष्प्राप्य
-
देव
स्वर्ग में रहने या क्रीड़ा करनेवाला अमर प्राणी, दिव्य शरीर धारी, देवता, सुर
-
दैवत
देवता संबंधी
-
देवता
स्वर्ग में रहनेवाला अमर प्राणी
-
दानवारि
दानवों का नाश करने वाले, विष्णु
-
धीर
जिसमें धैर्य हो, जो जल्दी घबरा न जाय, दृढ़ और शांत चित्तवाला
-
नभगामी
चंद्रमा, (ड़िं॰)
-
नभश्चर
आसमान में दिखाई देने वाले स्थिर खगोलीय पिंड जो रात को चमकते नज़र आते हैं
-
नम्र
विनीत, जिसमें नम्रता हो
- निभृत
-
निरूप
रूपरहित, निराकार, जिसका कोई रूप न हो
-
निरर्थक
जिसका कोई अर्थ या मतलब न हो, बेमतलब, अर्थहीन, अर्थशून्य, अर्थरहित, बेमानी
-
निराला
एकांत स्थान, ऐसा स्थान जहाँ कोई मनुष्य या बस्ती न हो, जैसे—(क) वहाँ निराला पड़ता है, चोर डाकू होंगे, (ख) चलो, निराले में बात करें
-
निश्चल
जो अपने स्थान से न हटे, अचल, अटल
-
प्रच्छन्न
ढका हुआ , लपेटा हुआ
-
पूर्ण
पूरा, भरा हुआ, परिपूर्ण, पूरित
-
पशु
लांगूलविशिष्ट चतुष्पद जंतु , चार पैरों से चलनेवाला कोई जंतु जिसके शरीर का भार खड़े होने पर पैरों पर रहता हो , रेंगनेवाले, उड़नेवाले, जल में रहनेवाले जीवों तथा मनुष्यों को छोड़ कोई जानवर , जैसे, कुत्ता, बिल्ली, घोड़ा, ऊँट, बैल, हाथी, हिरन, गीदड़, लोमड़ी, बंदर इत्यादि
- बुध
-
बहिर्मुख
जिसका अगला भाग या मुख बाहर की ओर हो
-
बियाबान
ऐसा उजाड़ स्थान या जंगल जाहाँ कोसों तक पानी न मिले
-
बिरला
कोई कोई, बहुत में से कोई एक आध, इक्का दुक्का, जैसे,—साहित्य क्षेत्र में ऐसा कोइ बिरला ही होगा जो आपको न जानता हो
-
भट्टारक
मान्य, माननीय, पूज्य
-
भरा
भरा हुआ, पूर्ण
सब्सक्राइब कीजिए
आपको नियमित अपडेट भेजने के अलावा अन्य किसी भी उद्देश्य के लिए आपके ई-मेल का उपयोग नहीं किया जाएगा।
© 2024 Rekhta™ Foundation. All Right Reserved.
क्या आप वास्तव में इन प्रविष्टियों को हटा रहे हैं? इन्हें पुन: पूर्ववत् करना संभव नहीं होगा