निर्मल के पर्यायवाची शब्द
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अकलुष
कलुषता से रहित, निर्मल, शुद्ध, साफ़
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अकल्मष
पापरहित, निर्दोष, निर्विकार, बेऐब
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अग्नि
जलती हुई लकड़ी, कोयला या इसी प्रकार की और कोई वस्तु या उस वस्तु के जलने पर अंगारे या लपट के रूप में दिखाई देने वाला प्रकाशयुक्त ताप
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अनघ
अघ या पाप से रहित, पातकरहित, निष्पाप, निर्दोष, बेगुनाह
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अनल
अग्नि, आग
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अनुचित
अयोग्य, अयुक्त, अकर्तव्य, नामुनासिब, बुरा, खराब
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अप्रामाणिक
जो प्रमाणसिद्ध न हो, जिसका कोई प्रमाण न हो, जो मानने योग्य न हो, असत्यापित, तथ्यहीन, ऊट-पटाँग
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अमल
निर्मल, स्वच्छ
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अमलिन
स्वच्छ, निर्मल, नर्दोष
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अयुक्त
(पशु) जो जोता न गया हो
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अर्जुन
कहुआ, एक वृक्ष
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अवदात
उज्ज्वल , शुभ्र , श्वेत
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आषाढ़
दे० 'अषाढ़'
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उचित
औचित्यपूर्ण, योग्य , ठीक , उपयुक्त , मुनासिब , वाजिब
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उजला
धोबी
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उज्ज्वल
चमकीला , प्रकाशमान , प्रदीप्त , कांतिमान , सुन्दर
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चमकीला
जिसमें चमक हो, चमकने वाला, चमकदार, ओपदार, प्रकाशमान, जिसमें खूब चमक-दमक हो
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धवल
श्वेत
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निराधार
निराश्रय; निर्मूल
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निर्दोष
जिसका कोई दोष न हो, निष्कलंक ; निरपराध
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निष्कलंक
जिसमें किसी प्रकार का कलंक न हो, निदोंष, बेऐव
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निष्पाप
जो पापी न हो, पापरहित, निर्देष
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परिष्कृत
साफ किया हुआ, शुद्ध किया हुआ
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पवित्र
कुश की बनी हुई पवित्री जिसे धार्मिक कृत्य करते समय अनामिका में पहनते हैं, यज्ञोपवीत, पवित्र धान्य, जौ
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पांडुर
पीला, जर्द
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पावक
अग्नि , आग , तेज , ताप
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पावन
पवित्र, शुद्ध
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पुण्य
वह कर्म जिसका फल शुभ हो , शुभादृष्ट , सुकृत , भला काम , धर्म का कार्य , जैसे,—दीनों को दान देना बड़े पुण्य का कार्य है , क्रि॰ प्र॰—करना , —होना
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पुण्यशील
पुण्य कार्य करनेवाला, धर्मनिष्ठ
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पुनीत
पवित्र किया हुआ, पवित्र, पाक
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प्रकाश
वह जिसके भीतर पड़कर चीजें दिखाई पड़ती हैं , वह जिसके द्वारा वस्तुओं का रूप नेत्रों को गोचर होता है , दीप्ति , आभा , आलोक , ज्योति , चमक , तेज
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बेदाग़
जिसमें कोई दाग़ या धब्बा न हो, साफ़
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मिथ्या
झूठा।
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वह्नि
अग्नि
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विमल
जिसमें किसी प्रकार का मल या दोष न हो, निर्मल, मलरहित
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विशद
स्वच्छ, विमल, निर्मल, उज्ज्वल
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व्यक्त
दिखाई देता या झलकता हुआ, प्रकट, ज़ाहिर
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शुक्ल
सफेद, उजला, धवल, श्वेत, स्वच्छ
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शुचि
भारतीय महीनों में ज्येष्ठ के बाद का और श्रावण के पहले का महीना जो अंग्रेजी महीने के जून और जुलाई के बीच में आता है
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शुद्ध
एक प्रकार का डिंगल छंद जिसमें पहले तेरह मात्राएं और फिर दस मात्राएँ इस प्रकार २३ मात्राएँ प्रत्येक पद में होती है और तुकांत में दो गुरु होते हैं
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शुद्धि
दे० 'शुचिता' ; दुर्गा देवी का एक नाम ; कृत्य विशेष
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शुभ्र
श्वेत, सफेद
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शृंगार रस
साहित्य के नौ रसों में से सबसे अधिक प्रसिद्ध प्रधान रस
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श्वेत
सफेद , धवल , उजला
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सफ़ेद
उजला
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सही
हस्ताक्षर, दस्तखत, स्याही।
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साफ़
स्वच्छ, निर्मल, शुद्ध, निर्दोष, स्पष्ट, उज्ज्वल, जिससे कोई झगड़ा या बखेड़ा न हो, निखरा हुआ, चमकीला, सादा, निष्कपट, खाली, कोरा।
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सित
श्वेत, सफेद, उजला, शुक्ल
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सुंदर
सुन्दर, रूपवान, खूबसूरत।
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सुच्चा
असली (सोना आदि)
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