नित्य के पर्यायवाची शब्द
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अक्षय
जिसका क्षय न हो, अनश्वर, सदा बना रहने वाला, कभी न चुकने वाला
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अक्षर
अच्युत, स्थिर, अविनाशी, नित्य
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अखंड
जिसके खंड या टुकड़े न हों , पूर्ण , समूचा
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अखंड
जिसके खंड या टुकड़े न हों, अटूट, अविछिन्न
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अचल
स्थिर, निश्चल
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अच्छा
जो अपने वर्ग में उपकारिता, उपयोगिता, गुण, पूर्णता आदि के विचार से औरों से बढ़कर और फलतः प्रशंसा या स्तुति के योग्य हो, उत्तम, भला, बढ़िया, उम्दा
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अजस्त्र
सदा, निरंतर, हमेशा, लगातार
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अजस्र
जो विभक्त न हो
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अटूट
न टुटने योग्य, आखंड़नवीय, अछेध, दुढ़, पुष्ट, मजबूत, २य जिसका पतन नहो, अजेय
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अनवरत
बिना विराम के, बिना रुके, बिना क्रम-भंग के, अविराम, निरंतर, लगातार, सतत, अहर्निश, सदैव, हमेशा
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अनश्वर
नष्ट न होनेवाला, अमिट, अटल, स्थिर, कार्यम रहनेवाला
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अपरिवर्तनशील
जो परिवर्तनशील न हो या ज्यों का त्यों रहने वाला
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अभंग
जो विभक्त न हो, न टूटा हुआ, न टूटने वाला, अखंड, अटूट, पूर्ण
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अविच्छिन्न
अविच्छेद , अटूट , लगातार
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अविरत
अविश्रान्त, निरन्तर |
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अविरल
दे० 'अबिरल'
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अव्यय
सदा एकरस रहने वाला, अक्षय
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आत्मा
आत्मा
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कूटस्थ
सर्वोच्च पद पर स्थित ; अटल अचल ; अविनाशी
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गगन
आसमान, आकाश, नभ, व्योम, अंतरिक्ष, आकाशस्थ ईश्वर या देव, खुले स्थान में ऊपर की ओर दिखाई देने वाला खाली स्थान, आकाश
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चिरंतन
बहुत दिनों का, पुरातन, पुराना, प्राचीन
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चिरकालीन
बहुत दिनों तक बना रहनेवाला
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चिरस्थाई
बहुत दिनों तक बना रहनेवाला
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चिरस्थायी
बहुत दिनों तक बना रहने वाला, लंबे समय तक रहने वाला, टिकाऊ
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टिकाऊ
टिकने वाला
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तप
शरीर को कष्ट देने वाले वे व्रत और नियम आदि जो चित्त को शुद्ध और विषयों से नीवृत्त करने के लिये किए जायँ, तपस्या, क्रि॰ प्र॰—करना, —साधना
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तैनात
काम पर लगाया गया, नियुक्त
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दृढ़
ठोस, अचल, अटल, कड़ा, मजगूत
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धर्म
किसी व्यक्ति के लिए निश्चित किया गया कार्य-व्यापार; कर्तव्य
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ध्रुव
सदा एक ही स्थान पर रहने वाला, इधर-उधर न हटने वाला, स्थिर, अचल
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नियत
निश्चित, तैनात; नियम द्वारा स्थिर
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नियोजित
नियुक्त किया हुआ, लगाया हुआ, मुकर्रर, तैनात
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निरंतर
अंतररहित, जिसमें या जिसके बीच अंतर या फ़ासला न हो, जो बराबर चला गया हो, अत्रिच्छिन्न (देश के संबंध में)
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निर्धारित
जिसका निर्धारण हो चुका हो, निश्चित किया हुआ, ठहराया हुआ
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निश्चित
of निश्चय
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परंपरागत
परंपरा से चला आता हुआ, जो सब दिन से होता आता हो, जिसे एक के पीछे दूसरा बराबर करता आया हो, जैसे, परंपरागत नियम
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पूर्वकालीन
देखिए : 'पूर्वकालिक'
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प्रतिदिन
हर दिन , प्रत्येक दिन
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प्रभु
स्वामी , मालिक ; ईश्वर
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प्राचीन
जो पूर्व देश में उत्पन्न हुआ हो , पूरब का
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ब्रह्म
सच्चिदानंद स्वरूप जगत का मूल तत्त्व. 2. सत्य. 3. वेद
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भला
कुम्हलाना; उदास हो जाना
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महान
विशाल , उच्च , बहुत बड़ा
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मोक्ष
किसी प्रकार के बंधन से छूट जाना, बंधन से मुक्त, मोचन, छुटकारा
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रोज़
प्रतिदिन, नित्य।
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लगातार
एक के बाद एक, सिलसिलेवार, बराबर, निरंतर, सतत, अनवरत, मुसलसल
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वर्ण
ब्राह्मण, क्षत्रिय, वैश्य और शूद्र नामक चार वर्ण
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विभु
सर्वव्यापी (परमेश्वर)
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विष्णु
हिंदुओं के एक प्रधान और बहुत बड़े देवता जो सृष्टि का भरण, पोषण और पालन करने वाले माने जाते हैं
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शक्तिवान
बलशाली , पराक्रमी
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