फंदा के पर्यायवाची शब्द
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उलझन
किन्हीं दो या अधिक वस्तुओं, एक वस्तु के विभिन्न अंगों या धागे जैसी एक वस्तु के विभिन्न हिस्सों के परस्पर लिपटने और फँसने से बनी गुत्थी या गाँठें; अटकाव, फँसान , गिरह , गाँठ
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उलझाव
दे० 'उलझन' ; बखेड़ा , झंझट; चक्कर , फेर
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कष्ट
क्लेश, दुःख
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गाँठ
रस्सी, डोरी, तागे आदि में पड़ी हुई गुत्थी की उलझन जो खींचकर कड़ी और दृढ़ हो जाती है, वह कड़ा उभार जो तागे, रस्सी, डोरी आदि में उनके छोरों को कई फेरे लपेटकर या नीचे ऊपर निकालकर खींचने से बन जाता है, गिरह, ग्रंथि
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गिरह
गाँठ, ग्रंथि, क्रि॰ प्र॰—देना, —बाँधना, —मारना, —लगाना
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ग्रंथि
गाँठ
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घुमाव
चक्कर, मोड़।
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घेरा
फैलाव, चारो ओर की सीमा घिरा हआ स्थान
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चक्कर
फेर, परेशानी
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छल
छाली उतारा हुआ दही
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छेदना
किसी वस्तु को सुई, काँटे, भाले, बरछी आदि से इस प्रकार दबाना कि उसमें आर-पार छेद हो जाए, किसी तल में नुकीली वस्तु धँसाकर उसमें सुराख़ करना, छेद करना, बेधना, भेदना
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जाल
ज्वाला, आग।
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जाला
मकड़ी का बुना हुआ बहुत पतले तारों का वह जाल जिसमें वह अपने खाने के लिये मक्खियों और दूसरे कीड़ों मकोड़ों आदि को फँसाती है , वि॰ दे॰ 'मकड़ी'
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डोरी
बँटल ताग/जौर
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दुख
अस्वस्थ, रोगी
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द्वेष
किसी के प्रति होने वाले विरोध, वैमनस्य, शत्रुता आदि के फलस्वरूप मन में रहने वाला ऐसा भाव, जिसके कारण मनुष्य उसका बनता या होता हुआ काम बिगाड़ देता है अथवा उसे हानि पहुंचाने का प्रयत्न करता है, चित्त को अप्रिय लगने की वृत्ति , चिढ़ , शत्रुता , वैर, मनमुटाव
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धोखा
छल, कपट, भुलावा; धूर्त्तता, चालाकी; गलत आश्वासन; धोखा उत्पन्न करने वाली वस्तु, छलावा, माया; अज्ञान, नावाकिफ होने का भाव; जोखिम; भूल, चूक
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परिधि
चारो तरफ एक समान दूरी से
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पाश
फंदा , जाल ; रस्सी
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फंद
बंध, बंधन
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फाँस
रस्सी में बनाया हुआ वह फंदा जिसमें पशु पक्षियों को फंसाया जाता है, पाश, बंधन, फंदा
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फाँसी
फँदा, फँसाने का फँदा, गला घोटकर दिया जाने वाला प्राण दण्ड।
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फेर
घुमाव, बदला, चक्कर, मोड़ उलझन, संशय, घाटा प्रभाव, युक्त, अन्तर धोखा, ढंग, दिशा, मोर
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बंध
बंधन
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बंधन
बँधने या बाँधने की अवस्था या भाव, बाँधने की क्रिया, बाँधना
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बंधनी
शरीर के अंदर की वे मोटी नसें जो संधिस्थान पर होती हैं और जिनके कारण दो अवयव आफस में जुड़े रहते हैं, शरीर का बंधन
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बेड़ी
बाँस की टोकरी, डलिया आदि बनाने वाले व्यक्ति, बंसफोड़ा
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मर्म
भेद , रहस्य
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रस्सी
दे० 'रसरी'
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रहस्य
गुप्त बात, मर्म
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लपेट
फॅसाव, चक्कर, पकड़, बन्धन, उलझन, ऐंठन, मरोड़
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शृंखला
एक कड़ीमें दोसर कड़ी बाबैत बनाओल गेल माला, जिजौर, साँकड़
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संकट
कष्ट, दुःख; विपत्ति; आपदा; मानसिक तथा शारीरिक कष्ट, आधि-व्याधि
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सालना
गड़ाना, छेद में बैठाना
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