पुष्प के पर्यायवाची शब्द
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अर्घ्य
बहुमूल्य
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आचमन
जल पीना
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आचमनीयक
आचमन के योग्य
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आर्त्तव
किसी ख़ास मौसम में उत्पन्न होने वाला
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आसन
आसन , बैठने का बिछावन
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ऋतु
प्राकृतिक अवस्थाओं के अनुसार वर्ष के दो-दो महीनों के छह विभाग, मौसम
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ऋतुस्राव
स्त्रियों के गर्भाशय से हर महीने ख़ून आदि निकलने की वह क्रिया जो यौवनारंभ से लेकर रजोनिवृत्ति तक होती है
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कुसुम
एक दुधार अन्न जिसकी पौधों में कॉटे तथा पीली फूल होती है। दाने को चूरने के बाद दूध जैसी सफेद और स्वादिष्ट रस बनता है। जिसमें पकवान बनता है
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गंध
बास, महक, ख़ुशबू
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गुल
गुड़
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गूल
नहर का पानी जाने की नाली
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तांबूल
पान
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तीक्ष्ण
दे. तीख
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तोयधिप्रिय
लौंग
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दिव्य
स्वर्ग से संबंध रखने वाला, स्वर्गीय
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दीप
प्रकाश करने के लिए बना धातु, मिट्टी आदि का वह पात्र जिसमें तेल और बत्ती डालकर बत्ती को जलाई जाती है, दीपक, दीया, चराग़, जलती हुई बत्ती
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देवकुसुम
लवंग, लौंग
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धूप
लोबान का धूप या धुँआं, गंध, द्रव्य जलाकर निकाला हुआ धुँआ।
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नैवेद्य
देवता के निवेदन के लिए भोज्य द्रव्य, वह भोजन सामग्री जो देवता को चढ़ाई जाय, देवता को समर्पित भोज्य पदार्थ, भोग, प्रसाद, देव-बलि
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परिक्रमा
प्रदक्षिणा
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पाद्य
पद संबंधी, पैर संबंधी
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पीलु
वृक्ष विशेष ; एक जंगली फल
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पुष्पक
पौधों में वह अंग जो गोल या लंबी पंखुड़ियों का बना होता है और जिसमें फल उत्पन्न करने की शक्ति होती है, फूल
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पुहुप
फूल
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प्रसव
बच्चा जनने की क्रिया , जनन , प्रसूति, गर्भमोचन
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प्रसून
पुष्प, फूल
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फलपिता
फल का पिता अर्थात् फूल
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फुल्ल
फुल, पूरा
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फूल
वृक्ष आदि के विकसित होने की क्रिया ; प्रसन्नता, हर्ष
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भृंगार
लौंग
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मंजरी
बौर , फूल
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मधुपर्क
वैदिक कालक एक लेहा जे अतिथिकेँ सभसँ पहिने देल जाइत छल, मुह मिठाएब
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माल्य
माला
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मासिक धर्म
स्त्रियों के गर्भाशय से हर महीने ख़ून आदि निकलने की वह क्रिया जो यौवनारंभ से लेकर रजोनिवृत्ति तक होती है
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यज्ञोपवीत
यज्ञसूत्र, जनौ
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रज
वह दूषित रक्त जो युवती तथा प्रौढ़ा स्त्रियों और स्तनपायी मादा जंतुओं की योनि से प्रति मास तीन चार दिनों तक बराबर निकलता रहता है। आर्तव, ऋतु, कुसुम
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रजोधर्म
स्त्रियों का मासिक धर्म
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लव
रामचंद्र के पुत्र
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लौंग
एक झाड़ की कली जो खिलने से पहले ही तोड़कर सुखा ली जाती है, इसके वृक्ष मालाबार अफ्रीका के समुद्रतट, जंजिवार, मलाया, जावा आदि में होते हैं
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वंदन
भक्ति के नौ भेदों में से एक जिसमें उपासक अपने उपास्य देव का गुणगान करता है, नम्रतापूर्वक की जाने वाली वंदना, स्तुति, प्रार्थना, पूजन
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वंदना
देखिए : 'बंदना'
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वारिज
कमल
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शगूफ़ा
मज़ाक़िया बात; चुटकुला
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शेखर
मस्तक, शीर्ष
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श्रीपुष्प
लौंग, लवंग
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श्रीसंज्ञ
लौंग, लवंग
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षोडश पूजन
षोडशोपचार
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षोडशोपचार
पूजन के पूर्ण अंग जो सोलह माने गए हैं
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समद
गर्व से उद्धत
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सारंग
एक प्रकार का हिरन, कोयल, हंस, मोर, पपीहा, हाथी, घोड़ा, शेर, कमल, स्वर्ण, सोना, तालाब, भौरा, मधुमक्खी, विष्णु का धनुष, शंख, न्द्रमा, समुद्र, पानी, जल, नीर, साँप, चंदन, बाल, केश, शोभा, तलवार, बादल, मेघ, आकाश, मेढक, सारंगी, कामदेव, बिजली, फूल, दीपक, दीया, और
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