ऋत के पर्यायवाची शब्द
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अंतर्धान
गुप्त, अदृश्य, अंतर्हित
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अंध
जिसे दिखाई न देता हो, नेत्रहीन , बिना आँख का , अंधा , जिसकी आँखों में ज्योति न हो , जिसमें देखने की शक्ति न हो
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अध्वर
प्राचीन भारतीय आर्यों का एक धार्मिक कृत्य जिसमें हवन आदि होते थे, यज्ञ, सोमयज्ञ
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अधोगति
पतन, गिराव, गिरावट, उतार, महत्त्व या प्रतिष्ठा मान आदि न रह जाने की स्थिति या भाव
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अपवर्ग
मोक्ष, निर्वाण, मुक्ति, जन्म मरण के बंधन के छुटकारा पाना
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अंबु
आम, रसाल
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अंभ
जल, पानी
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अभ्रपुष्प
बेंत, बेंत का डंठल जिसका उपयोग छड़ी के रूप में किया जाता है
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अभिषव
यज्ञ में स्नान
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अमृत
वह वस्तु जिसके पीने से जीव अमर हो जाता है, पुराणनुसार समुद्रमंथन से निकले १४ रन्तों में से एक, सुधा, पीयूष, निर्जर
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अमृतत्व
मरण का अभाव, न मरना, अमर होने की अवस्था या भाव, अमरत्व, अमरता
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अमरपद
जीव के जन्म और मरण के बंधन से छूट जाने की अवस्था, मोक्ष, मुक्ति
- अर्ण
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अहुत
जप, ब्रह्मयज्ञ, वेद-पाठ, यह मनुस्मृति के अनुसार पाँच यज्ञों में से है
- आप
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आहुत
अतिथियज्ञ, नुयज्ञ, मनुष्ययज्ञ, आतिथिसत्कार
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आहव
युद्ब, लड़ाई
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इज्या
यज्ञ
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इरा
कश्यप की वह स्त्री जिससे बृहस्पति या उदभिज उत्पन्न हुए, बृहस्पति की माता
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इष्टि
इच्छा, अभिलाषा, आकांक्षा, चाह
- उचित
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ऋतु
प्राकृतिक अवस्थाओं के अनुसार वर्ष के दो-दो महीनों के छह विभाग, मौसम
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ओज
विषम, अयुग्म
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क
हिंदी वर्णमाला का पहला व्यंजन वर्ण, इसका उच्चारण कंठ से होता है, इसे स्पर्श वर्ण भई कहते हैं, ख, ग, घ और ङ इसके सवर्ण हैं
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कं
जल
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कृत्स्न
संपूर्ण, सब, पूरा
- कबंध
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कंबल
ऊन का बना हुआ मोटा कपड़ा जिसे लोग ओढ़ते हैं, कमरी, कमली
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कमल
पानी में होनेवाला एक पौधा
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कर्बुर
सोना, स्वर्ण
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कर्मफल
पूर्वजन्म में किए हुए कार्मों का फल, दुःख-सुख आदि
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कुलीन
उत्तम या प्रसिद्ध कुल में उत्पन्न; ख़ानदानी; अभिजात
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कुलीनक
जंगली मूँग या मुदग
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कुलीनस
पानी, जल, वारी
- कैवल्य
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कश
चाबुक
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कुश
कड़ी और नुकीली पत्तियों वाली एक प्रसिद्ध घास जिसकी पत्तियाँ हिंदुओं की पूजा, यज्ञ आदि में काम आती हैं; दर्भ, काँस की तरह की एक पवित्र और प्रसिद्ध घास , डाभ , दर्भ
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क्षत्र
बल
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क्षर
जिसका क्षरण होता हो या होने को हो, नाशवान्, नश्वर, नष्ट होनेवाला
- क्षीर
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क्षोद
चूर्ण, बुकनी, सफूफ
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कांड
बाँस, नरकट या ईख आदि का वह अंश जो दो गाँठो के बीच में हो, पोर, गाँडा, गेंडा
- कीलाल
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गो
गाय, गऊ
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घृत
दूध का वह चिकना सार अथवा खाद्य पदार्थ जो मक्खन को गर्म कर बनाया जाता है, तपाया हुआ मक्खन, घी
- घन
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घनरस
जल, पानी
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जड़
जिसमें चेतनता न हो, अचेतन
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जल
पानी, नीर
- जामि
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